Clash For Goat In Punjab's Gujran: पंजाब के संगरूर जिले के गुजरां गांव में एक हिंसक वारदात हुई है. यहां बकरी गुम होने को लेकर दो गुट एक-दूसरे से झगड़ पड़े. ये झड़प इतनी हिंसक हो गई कि इसमें 1 शख्स की जान चली गई और 1 की हालत गंभीर बनी हुई है. मृतक शख्स का परिवार इंसाफ की मांग को लेकर लाश लेकर पुलिस स्टेशन के सामने धरने पर बैठ गया. पुलिस ने कुल 6 लोगों के खिलाफ संगरूर जिले की छाजली थाना पुलिस ने आईपीसी (IPC) की धारा 302,365,341,342,323,148,149 के तहत केस दर्ज किया. इसके बाद ही मृतक के परिवार और समुदाय के लोग थाने से हटने को राजी हुए.
क्या है मामला?
पंजाब के संगरूर जिले के गुजरां गांव के दमनजीत सिंह ने बकरियां पाल रखी हैं. वो रोजाना अपनी बकरियां चराने गांव के खेतों में जाते थे. इस दौरान उन्हें किसी काम की वजह से गांव से बाहर जाना पड़ा. दमनजीत ने ने नंगला गांव में रहने वाले अपने रिश्तेदार बूटा सिंह से आग्रह किया कि वह उसकी बकरियां चरा लाए.
दरअसल इसी गांव में रहने वाले नारंग सिंह ने भी बकरियां पाल रखी थीं. दिन में बूटा सिंह जब बकरियां चराने गया तो एक बकरी गुम हो गई. शाम को दमनजीत गांव लौटा तो उसे बकरी गुम हो जाने का पता चला. इस पर वह अपने बेटे हंसा सिंह और रिश्तेदार बूटा सिंह के साथ बकरियां खोजने निकला. इस दौरान उनका नारंग सिंह के परिवार और उनके साथियों से विवाद हो गया.
ये विवाद देखते ही देखते मारपीट में बदल गया. दोनों पक्षों के बीच हुई हिंसक झड़प में बूटा सिंह और हंसा सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए. दोनों घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया. जहां बूटा सिंह की मौत हो गई.
आश्वासन के बाद धरने से उठे परिजन
दरअसल बूटा सिंह दलित समुदाय से आते हैं. उनकी मौत से गांव के दलित समुदाय में रोष फैल गया है. क्रांतिकारी पेंडू मजदूर यूनियन की अगुवाई में समुदाय के लोगों ने बूटा सिंह का शव छाजली थाने के सामने रखकर धरना शुरू कर दिया. धरने पर बैठे लोगों का कहना था कि बूटा सिंह दलित समुदाय से था, इसलिए हत्यारों को तुरंत गिरफ्तार करने के अलावा केस में एससी/एसटी एक्ट जोड़ा जाए.
धरने की जानकारी मिलने के बाद संगरूर के एसपी पलविंदर सिंह चीमा और दिड़बा के डीएसपी पृथ्वी सिंह चहल मौके पर पहुंचे. दोनों पुलिस अधिकारियों ने धरने पर बैठे लोगों को आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाईकी जा रही है. दरअसल घटना के बाद से ही आरोपी फरार हैं.
एसपी पलविंदर सिंह चीमा ने धरने पर बैठे लोगों को फरार आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया. इस भरोसे पर ही प्रदर्शनकारियों ने धरना खत्म किया. बूटा सिंह की पत्नी जसवीर कौर के बयान पर संगरूर जिले की छाजली थाना पुलिस ने नारंग सिंह के बेटे मघर सिंह समेत 4 व्यक्तियों को नामजद करते हुए कुल 6 लोगों के खिलाफ IPC की धारा 302, 365, 341, 342, 323, 148, 149 के तहत केस दर्ज कर लिया.
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