चंडीगढ़: पंजाब में कथित तौर पर बीज घोटाले ने राज्य के सियासी तापमान को बढ़ा दिया है. विपक्षी दल शिरोमणि अकाली ने  मामले की सीबीआई या न्यायिक जांच की मांग की है. उसका दावा है कि घोटाले की राशि चार हजार करोड़ रुपये से अधिक होगी.


कोरोना संकट के बीच पंजाब में घोटाला


कोरोना संकट के बीच पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार को एक और संकट का सामना करना पड़ रहा है. लुधियाना में बीज घोटाले के एक आरोपी की गिरफ्तारी के बाद शिरोमणी अकाली दल ने बड़ा दावा किया है. उसका कहना है कि धान के नकली बीज की आपूर्ति होने से किसानों को चार हजार करोड़ का घाटा हो सकता है. पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री बिक्रमजीत सिंह मजीठिया ने कथित तौर पर घोटाले से किसानों को हुए नुकसान की भरपाई की मांग की. आपको बता दें कि पंजाब पुलिस ने रविवार को लुधियाना में एक दुकान के मालिक को नकली बीज बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया था.


शिरोमणी अकाली दल ने की सीबीआई जां की मांग


सोमवार को बयान जारी कर मजीठिया ने कहा कि अगर धान के ‘पी आर 128’ और ‘पी आर 129’ बीजों को पंजाब के 15 प्रतिशत किसानों को बेचने का मामला देखा जाए तो घोटाले की राशि चार हजार करोड़ रुपये से अधिक होगी. एसएडी नेता ने कहा कि घोटाले के आकार को देखते हुए पंजाब सरकार को तत्काल इसकी जांच सीबीआई या उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश से करानी चाहिए. बीज घोटाले की खबर को ABP  न्यूज ने प्रमुखता से दिखाई थी. जिसके बाद पुलिस ने Brar सीड स्टोर को सील करते हुए उसके मालिक को गिरफ्तार कर लिया था.


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