Sidhu Moose Wala Murder: 15 हजार में हुई थी मूसेवाला की रेकी की डील, केकड़ा से पूछताछ में पंजाब पुलिस ने किए कई अहम खुलासे
Sidhu Moose Wala Murder Case: पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि जब 29 मई को मूसेवाला की हत्या हुई उस दिन केकड़ा ही वो शख्स है जिसने गोल्डी बरार को ये जानकारी दी थी कि मूसेवाला निकल गया है.
Punjabi Singer Sidhu Moose Wala Case: पंजाबी सिंगर और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की हत्या (Sidhu Moose Wala Murder) की जांच जारी है. आज मानसा कोर्ट (Mansa ourt) में केकड़ा (Kekda) की पेशी होगी. केकड़ा 11 जून तक पुलिस रिमांड पर है. पंजाब पुलिस (Punjab Police) की पूछताछ में केकड़ा ने बताया है कि मूसेवाला की रेकी की डील 15 हज़ार रुपए में हुई थी. वो कई बार रेकी करने गया था. इतना ही नहीं जांच में ये भी सामने आया है कि 13 बार केकड़ा की गोल्डी बरार (Goldy Brar) से बात हुई.
पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि 29 तारीख को जिस दिन सिद्धू मूसेवाला की हत्या हुई उस दिन केकड़ा ही वो शख्स है जिसने गोल्डी बरार को ये जानकारी दी थी कि मूसेवाला निकल गया है. उसके साथ सिक्योरिटी नहीं है और वो बुलेट प्रूफ गाड़ी में भी नहीं है. पुलिस के सूत्रों की मानें तो केकड़ा का कहना है कि उसे नहीं मालूम था कि क्या होने वाला है.
गोल्डी बरार कैसे शूटर्स से जुड़ा?
लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की सदर्न रेंज जो 4 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की सदर्न रेंज ने एक दूसरे मामले में रिमांड पर लिया है. ये दूसरा मामला भी आर्म्स एक्ट के है. इसमें भी लॉरेन्स पर बदमाशों को हथियार सप्लाई करने का आरोप है. पुलिस के सूत्रों के मुताबिक लॉरेन्स बिश्नोई गैंग से जुड़े गोल्डी बरार, विक्रम बराड़ गैंग के लोगों और शूटर्स से सोशल मीडिया एप्पलीकेशन सिग्नल के ज़रिये जुड़े हुए हैं.
इंस्टाग्राम पर दर्जनों फेक प्रोफाइल
गोल्डी बरार इस वक्त कनाडा में मौजूद है जबकि विक्रम बराड़ इस वक्त ऑस्ट्रिया में मौजूद है. इन लोगों ने इंस्टाग्राम पर दर्जनों फेक प्रोफाइल भी बना रखी है. जिस भी शूटर से बात करनी होती है उसे सिग्नल एप्प के ज़रिए पहले ही बता दिया जाता है कि वो अगली बार किस फेक इंस्टाग्राम आईडी से कम्यूनिकेट किया जाएगा. इस कम्युनिकेशन के लिए ग्रुप मेंबर या शूटर और गोल्डी बरार के पास एक खास कोडवर्ड होता है. जब दोनों की बातचीत में वो कोडवर्ड मैच हो जाता है तो ये तय हो जाता है कि बातचीत ग्रुप मेंबर और गोल्डी बरार में ही हो रही है, किसी और से नहीं.
लॉरेन्स बिश्नोई गैंग कैसे चलाता है ऑपरेशन?
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala Murder) की हत्या को लेकर पूछताछ में ये भी खुलासा हुआ है कि अगर कोई इमरजेंसी है तो इसके लिए अलग से खास इंस्टाग्राम अकाउंट दिये जाते हैं. जिन पर कोड शेयर करके लॉरेंस बिश्नोई गैंग (Lawrence Bishnoi) से संपर्क साधा जा सकता है. इसी सिग्नल एप्लीकेशन के ज़रिए ही लॉरेन्स बिश्नोई गैंग नए लोगों का रिक्रूटमेंट करने से लेकर, एक्सटॉर्शन, टारगेट तय करने जैसे तमाम ऑपरेशन करता है. सौरव महाकाल भी इसी एप्पलीकेशन का इस्तेमाल कर रहा था, उसके मोबाइल से इस बात की पुष्टि हुई है. इन्हें ट्रैक करना मुश्किल होता है लेकिन पुलिस इस मामले में जांच कर रही है.
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