भुवनेश्वर: पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर श्रद्धालुओं के लिए दिसंबर के तीसरे हफ्ते से खोला जा सकता है. 12वीं सदी में निर्मित यह मंदिर कोविड-19 के कारण मार्च से ही बंद है.


बीजेपी और कांग्रेस ने भी की थी मांग


श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन के मुख्य प्रशासक कृष्ण कुमार द्वारा इस आशय की घोषणा किए जाने से महज एक घंटा पहले विपक्षी दलों कांग्रेस और भाजपा के विधायकों ने विधानसभा में मंदिर को खोलने का अनुरोध किया था. उनका कहना था कि मार्च से ही लोगों को भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ के दर्शन नहीं हुए हैं.


श्रद्धालुओं को करना होगा कोविड प्रोटोकॉल का पालन


मुख्य प्रशासन ने कहा कि श्रद्धालुओं को मंदिर के भीतर आने की अनुमति देने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया तय की जा रही है. उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया श्रद्धालुओं को कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए भगवान के दर्शन का अवसर देगी.


16 नवंबर से महाराष्ट्र में भी खुले सभी धार्मिक स्थल


16 नवंबर से महाराष्ट्र में सभी धार्मिक स्थल खुल चुके हैं. श्री सिद्धिविनायक मंदिर ट्रस्ट ने हर घंटे 100 श्रद्धालुओं को ही आने की इजाजत दी है. इसके साथ ही एक दिन में 1000 श्रद्धालु ही मंदिर में प्रवेश कर सकते हैं. इतना ही नहीं श्रद्धालुओं को मंदिर का एप डाउनलोड करना होता है और जरूरी जानकारियां उसमें दर्ज करनी होती हैं.


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