ओडिशा का पुरी शहर भगवान जग्न्नाथ मंदिर और यहां होने वाली रथ यात्रा के लिए विश्व विख्यात है. लेकिन यह शहर अपने खूबसूरत बीच के कारण भी काफी मशहूर हो रहा है. पुरी का समुद्र तट या गोल्डन बीच भी सैलानियों को काफी आकर्षित करता है. बता दें कि कोरोना संकट के बीच रविवार से पुरी के खूबसूरत गोल्डन बीच को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है. पहले ही दिन इस समुद्र तट पर अच्छी-खासी संख्या में सैलानी नजर आए. कोरोना के खतरे के कारण मास्क पहने सैलानी गोल्डन बीच पर काफी मस्ती करते नजर आए .
एफईई डेनमार्क ने दिया है 'ब्लू फ्लैग' सर्टिफिकेशन
पुरी के गोल्डन बीच को एफईई डेनमार्क द्वारा 'ब्लू फ्लैग' सर्टिफिकेशन भी दिया गया है. ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेशन उन समुद्र तट को दिया जाता है जो सबसे ज्यादा साफ व स्वच्छ होते हैं. पुरी समुद्र तट भी देश के उन 8 समुद्र तटों में से एक है, जिसे फाउंडेशन फॉर एनवायरनमेंट या एफईई डेनमार्क ने 'ब्लू फ्लैग' टैग के रूप में मान्यता दी है. इस टैग को पाने के लिए बीच को 33 मानदंडों पर खरा उतरना होता है, जिसमे पर्यावरण, शैक्षिक, सुरक्षा जैसे एफईई द्वारा निर्धारित कई मानदंड हैं.
870 मीटर में फैला हुआ है
गौरतलब है कि पुरी का गोल्डन बीच दिगबारेनी स्कवायर से मेफेयर होटल के बीच 870 मीटर में फैला हुआ है. इस राज्य वन और पर्यावरण विभाग व पर्यावरण मंत्रालय के विश्व बैंक ने वित्त पोषित एकीकृत तटीय क्षेत्र प्रबंधन परियोजना के तहत विकसित किया है.
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