'लॉ एंड ऑर्डर के साथ समझौता नहीं', पुष्पा-2 स्क्रीनिंग हादसे के बाद तेलुगू एक्टर्स-प्रोड्यूसर से मिले सीएम रेवंत रेड्डी
रेवंत रेड्डी ने तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री के निर्माताओं और डायरेक्टर्स से कहा कि उनका मकसद तेलंगाना को वैश्विक केंद्र बनाना है. सिर्फ इंडियन सिनेमा ही नहीं इसे हॉलीवुड का भी शूटिंग वेन्यू होना चाहिए.
एक्टर अल्लू अर्जुन की पुष्पा-2 फिल्म की स्क्रीनिंग में भगदड़ को लेकर चल रहे विवाद के बीच तेलंगाना सीएम रेवंत रेड्डी ने तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री से गुरुवार (26 दिसंबर, 2024) को मुलाकात की है. मीटिंग में उन्होंने सभी एक्टर्स, प्रोड्यूसर्स और डायरेक्टर्स से कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था को लेकर कोई समझौता नहीं होगा. घटना के बाद सरकार और फिल्म जगत के बीच उत्पन्न तनाव को खत्म करने के लिए यह बैठक हुई है.
फिल्म निर्माता सुरेश बेबी, केएल नारायण, दामोदर, बीवीएसएन प्रसाद, चिन्ना बाबू, सुधाकर रड्डी, फिल्म डायरेक्टर कोरताला शिवा, अनिल रविपुडी, के. राघवेंद्र राव, प्रशांत वर्मा, नागार्जुन, शिवा बालाजी और वेंकटेश बैठक में शामिल हुए थे. वहीं, सीएम रेवंत रेड्डी के अलावा, डिप्टी सीएम मल्लू भटी विक्रमार्का और सिनेमेटोग्राफी मंत्री कोमातिरेड्डी वेंकट रेड्डी भी मीटिंग में उपस्थित थे.
मीटिंग में रेवंत रेड्डी ने तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री को समर्थन का आश्वासन देते हुए कहा कि फिल्म जगत को भी जिम्मेदारी से काम करना चाहिए ताकि 4 दिसंबर जैसी घटना न हो. फिल्म प्रोड्यूसर दिल राजू ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जोर दिया है कि हमें साथ मिलकर काम करना चाहिए. उन्होंने कहा कि हैदराबाद सिर्फ इंडियन सिनेमा के लिए ही नहीं बल्कि हॉलीवुड फिल्मों का भी शूटिंग वेन्यू बनना चाहिए. 4 दिसंबर को संध्या थिएटर में पुष्पा-2 की स्क्रीनिंग के दौरान भगदड़ मच गई थी, जिसमें एक महिला की मौत हो गई और उसका बच्चा भी जख्मी हो गया था.
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कहा कि उनका मकसद तेलंगाना को फिल्म उद्योग का वैश्विक केंद्र बनाना है और सरकार इसके लिए हरसंभव सहयोग करेगी. सीएम रेवंत रेड्डी के मुख्य बिंदु:
- फिल्म उद्योग को बेहतर बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध.
- 8 फिल्मों के लिए विशेष G.O जारी.
- 'पुष्पा' फिल्म के लिए पुलिस ग्राउंड उपलब्ध कराया.
- तेलुगु फिल्म उद्योग को एक ब्रांड के रूप में विकसित करने की योजना.
- गदर अवॉर्ड्स की शुरुआत, क्योंकि राज्य में पहले पुरस्कार नहीं दिए जा रहे थे.
- फिल्मों के माध्यम से ड्रग्स, गंजा और सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता फैलाने का आह्वान।
- कांग्रेस का योगदान, फिल्म उद्योग के लिए जो कुछ भी किया, कांग्रेस सरकारों ने किया.
- इस विरासत को जारी रखने की प्रतिबद्धता.
- तेलुगू फिल्म उद्योग का विस्तार.
- उद्योग केवल तेलुगु तक सीमित न रहे, सभी मिलकर विकास करें.
- सरकार हमेशा उद्योग के साथ खड़ी रहेगी.
नए प्रस्ताव:
- सरकार और फिल्म उद्योग के बीच संवाद बढ़ाने के लिए दिल राजू को FDC चेयरमैन नियुक्त किया.
- समस्याओं के समाधान के लिए मंत्रिमंडल उप-समिति का गठन.
- उद्योग से भी अपनी समिति बनाने का सुझाव.
तेलंगाना की भूमिका:
- राज्य में कहीं भी शूटिंग करके दो घंटे में हैदराबाद पहुंचा जा सकता है.
- इको-टूरिज्म और टेंपल-टूरिज्म को बढ़ावा देने का आग्रह.
- हैदराबाद को हॉलीवुड और बॉलीवुड का आकर्षण केंद्र बनाने की योजना.
- अन्य फिल्म उद्योगों को आकर्षित करने के लिए एक बड़ा सम्मेलन आयोजित करने की योजना।
- युवाओं और कौशल विकास पर जोर.
- यंग इंडिया स्किल्स यूनिवर्सिटी और एडवांस टेक्नोलॉजी सेंटर्स के जरिए रोजगार के अवसर बढ़ाए खेल के विकास के लिए स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की स्थापना की योजना.
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