Nepal New PM Pushpa Kamal Dahal: पुष्प कुमार दहल 'प्रचंड' नेपाल (Nepal) के नए प्रधानमंत्री बन गए हैं. 26 दिसंबर को उन्होंने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. शपथ के साथ ही सोशल मीडिया पर 'नेपाल में माओवादी सरकार' से संबंधित हैशटैग्स ट्रेंड करने लगे. हालांकि 'प्रचंड' शब्द के अलावा एक और बड़ा नाम भी चर्चा में आ गया, ये नाम है- प्रमोद महाजन.
प्रमोद महाजन (Pramod mahajan) भारत की सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी (BJP) के नेता थे, जो अब दुनिया में नहीं हैं. उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर नेपाल सरकार गठन के साथ ही वायरल हो रहा है. दरअसल, नेपाल में नई सरकार तो बन गई, लेकिन चुनाव जो हुए थे, उसमें किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था. इसके बाद नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने सियासी दलों को आपसी सहमति से नई सरकार बनाने का बुलावा दिया. हफ्तेभर बाद बड़ा भारी उलटफेर तब हुआ जब, नेपाली कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ने वाले पुष्प कुमार दहल 'प्रचंड' ने एक समय-सीमा खत्म होने से पहले ऐन मौके पर पाला बदल लिया और उन्होंने अपने विरोधी केपी शर्मा ओली से हाथ मिला लिया.
32 सांसद होने पर भी PM बन गए 'प्रचंड'
पुष्प कुमार दहल 'प्रचंड' (Pushp Kamal Dahal 'Prachanda') की पार्टी के पास महज 32 सदस्य थे, वह फिर भी प्रधानमंत्री बन गए. बस इसी के बाद नेपाल के लोग बीजेपी के दिवंगत नेता प्रमोद महाजन के एक भाषण को सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं. प्रमोद महाजन का वो भाषण 1997 का है, जब उन्होंने लोकसभा में भाषण देते हुए देवगौड़ा के भारत के प्रधानमंत्री बनने पर तंज़ करते हुए एक वाक़या सुनाया था. देवगौड़ा भी एक जून, 1996 को अपनी पार्टी 'जनता दल' के केवल 46 सांसदों के साथ प्रधानमंत्री बन गए थे. हालांकि, उसके लिए देवगौड़ा को 13 पार्टियों का समर्थन मिला था. जिसे संयुक्त मोर्चा नाम दिया गया था.
इसलिए चर्चा में आए प्रमोद महाजन
देवगौड़ा 1996 में तब प्रधानमंत्री बने थे, जब अटल बिहारी वाजपेयी की 13 दिन की सरकार 27 मई, 1996 को संख्या बल में कमी के कारण गिर गई थी. उसके बाद देवगौड़ा के प्रधानमंत्री बनने पर, लोकसभा में भाजपा नेता प्रमोद महाजन ने अपने चीन दौरे का जिक्र करते हुए देवगौड़ा पर तंज कसा था.
प्रमोद महाजन ने कहा था, ''मैं जब चीन गया था तो एक चीनी सांसद ने भारत के लोकतंत्र के बारे में पूछा. मैंने उन्हें भारत के लोकतंत्र को समझाने के लिए एक संदर्भ का उल्लेख किया. मैंने कहा कि मैं लोकसभा का MP हूं और मेरी पार्टी (बीजेपी) संख्या बल के लिहाज से अभी भारत में सबसे बड़ी है. इसके बावजूद हम विपक्ष में बैठे हैं. मगर मेरे साथी पानीग्रही दूसरी सबसे बड़ी पार्टी से हैं, जो सरकार को बाहर से समर्थन दे रहे हैं. एमए देवी तीसरी सबसे बड़ी पार्टी से हैं और ये संयुक्त मोर्चा में हैं, लेकिन सरकार के बाहर हैं. ये रामाकांत खलप (गोवा से MP) हैं, जो अपनी पार्टी के एकलौते सांसद हैं, लेकिन यह सरकार में हैं. भारत में लोकतंत्र ऐसे ही काम कर रहा है.''
देवगौड़ा भी कम सांसद होने पर PM बने थे
प्रमोद महाजन इसी भाषण का वीडियेा अब नेपाल के बहुत-से लोग देख रहे हैं. नेपाल के महेश्वर गिरी वीडियो देखकर लिखा, ''प्रमोद महाजन ने अपने भाषण में बहुदलीय लोकतांत्रिक व्यवस्था की सच्चाई बताई थी. नेपाल में भी इसे देखा जा सकता है.'' यहां महेश्वर गिरी का तात्पर्य उस बात से है कि सिर्फ 32 सांसद होते हुए भी प्रचंड की कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (माओवादी सेंटर) नेपाल की सत्ता में आ गई, लेकिन इससे ज्यादा सांसदों वाली पार्टी अब विपक्ष में है. 90 के दशक में, ऐसा ही दौर भारत में था, जब सबसे ज्यादा सांसदों वाली पार्टी बीजेपी को विपक्ष में बैठना पड़ा और कम सीटें होने के बावजूद देवगौड़ा भारत के प्रधानमंत्री बन गए.
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