केरल में पी.वी. अनवर ने विधायक पद से दिया इस्तीफा, उपचुनाव भी नहीं लड़ेंगे
पी. वी. अनवर ने कहा कि वह नीलांबुर सीट से उपचुनाव नहीं लड़ेंगे और निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (UDF) को अपना समर्थन देंगे.
केरल में सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (LDF) से अलग होकर पिछले हफ्ते तृणमूल कांग्रेस (TMC) में शामिल हुए विधायक पी.वी. अनवर ने सोमवार (13 जनवरी, 2025) को नीलांबुर निर्वाचन क्षेत्र के विधायक पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने यह ऐलान भी किया कि वह इस निर्वाचन क्षेत्र से उपचुनाव नहीं लड़ेंगे.
अनवर ने विधानसभा अध्यक्ष ए.एन. शमसीर से उनके कक्ष में मिलने के बाद विधानसभा परिसर में अपने इस्तीफे की पुष्टि की. अनवर ने तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने और ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी के लिए राज्य समन्वयक की भूमिका संभालने की घोषणा के कुछ ही दिनों बाद विधायक पद से इस्तीफा दिया है.
अपना इस्तीफा सौंपने के बाद यहां अनवर ने संवाददाताओं से कहा कि वह नीलांबुर सीट से उपचुनाव नहीं लड़ेंगे और निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (UDF) को अपना समर्थन देंगे. उन्होंने कहा कि उनकी लड़ाई मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के खिलाफ है और वह कांग्रेस नेताओं से अनुरोध करेंगे कि वे निर्वाचन क्षेत्र में ईसाई समुदाय के एक उम्मीदवार को मैदान में उतारें ताकि उनमें विश्वास पैदा हो सके, क्योंकि जंगली जानवरों के हमलों के कारण उन्हें पहाड़ी इलाकों से निकलने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.
उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व से ईसाई समुदाय से ताल्लुक रखने वाले मलप्पुरम जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष वी.एस. जॉय को इस सीट से मैदान में उतारने का आग्रह किया और दावा किया वह 30,000 मतों के अंतर से जीत दर्ज करेंगे. विधानसभा चुनाव में 2016 और 2021 में वाम समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नीलांबुर से जीतने वाले अनवर के कई मुद्दों पर सत्तारूढ़ मोर्चे के खिलाफ रुख के बाद माकपा ने उनसे नाता तोड़ लिया था.
इसके दो माह बाद अनवर ने ‘डेमोक्रेटिक मूवमेंट ऑफ केरल’ (DMK) का गठन किया था. हाल ही में, अनवर को उनके निर्वाचन क्षेत्र में हाथी के हमले में एक आदिवासी व्यक्ति की मौत के विरोध में एक वन कार्यालय में तोड़फोड़ करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
यह भी पढ़ें:-
'दिल की दूरी नहीं, दिल्ली से दूरी भी हुई कम', उमर अबदुल्ला ने PM की तारीफ में क्या-क्या कहा?