अमरावतीः टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता भारतीय शटलर पीवी सिंधु अपनी माता पिता के साथ आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा पहुंची. इस दौरान वह अपने परिजनों के साथ विजयवाड़ा स्थित प्रसिद्ध कनकदुर्गा मंदिर में माता का दर्शन करने पहुंची. इस दौरान मंदिर कमीटी के लोगों ने पीवी सिंधू जोरदार स्वागत किया. पीवी सिंधु अपने परिजनों के साथ माता की मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की. इस दौरान मंदिर के प्रधान पुजारी ने उन्हें प्रसाद दिया और आगे के लिए शुभकामनाएं दी.


मंदिर में माता के दर्शन के बाद मीडिया से बात करते हुए शटलर पीवी सिंधु ने कहा, ''मैंने ओलंपिक से पहले भी यहां पहुंचकर माता का आशीर्वाद लिया था और ओलंपिक में खेलने के बाद एक फिर यहां माता का आशीर्वाद लेने आई हूं. आशा करती हूं कि मां का आशीर्वाद हमेशा मेरे साथ रहेगा.''


टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता पीवी सिंधु ने ये भी कहा, ''माता के आशीर्वाद से और कई टूर्नामेंट खेलना चाहती हूं. साल 2024 में होने वाली ओलिंपिक में भी खेलना चाहती हूं और स्वर्ण पदक जितना चाहती हूं.''


पीवी सिंधू ने कनका दुर्गा मंदिर में माता का आशीर्वाद लेने के बाद अमरावती स्थित आंध्र प्रदेश सचिवालय में मुख्यमंत्री से मुलाकात की. मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी ने पीवी सिंधु को बधाई दी और फूलों का गुलदस्ता देकर सम्मानित किया.


इस दौरान आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री की ओर से अधिकारियों ने पीवी सिंधु को 30 लाख रुपए का चेक सौंपा. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने पीवी सिंधू को विशाखापत्तनम शहर में अकैडमी खोलने के लिए 2 एकड़ जमीन अलग किया था, जो कि उन्हें इस दौरान सौंपा गया.


शटलर सिंधु ने मीडिया से बाद करते हुए कहा कि वह जल्द अपनी एकेडमी की शुरुआत करने जा रही हैं. उन्होंने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री समेत अपने सभी फैंस को शुक्रिया कहा.


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