टोक्यो ओलंपिक में भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू ने इतिहास रच दिया है. सुशील कुमार के बाद पीवी सिंधू दो ओलंपिक मेडल जीतने वाली खिलाड़ी बन गई है. दक्षिण कोरियाई बैडमिंटन खिलाड़ी और शटलर पीवी सिंधु के कोच पार्क ताए-सांग ने कांस्य पदक जीतने पर कहा कि मैं भी वास्तव में बहुत खुश हूं, क्योंकि मेरे कोचिंग करियर में पहली बार मेरे खिलाड़ी को पदक मिला है.
बैडमिंटन कोच पार्क ताइ सांग ने कहा कि मुझे बहुत खुशी है कि ओलंपिक से पहले पी वी सिंधू के रक्षात्मक कौशल पर कई सत्र तक काम करने का फायदा टोक्यो ओलंपिक में मिला जहां वह रविवार को कांस्य पदक जीतने में सफल रही. पार्क ने सिंधू के रक्षण पर काफी काम किया था और उन्होंने कहा कि इसका अब फायदा मिला.
ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु ने कहा कि शुरू में, सेमीफाइनल खत्म होने के बाद मैं वास्तव में बहुत दुखी थी, लेकिन मेरे कोच और फिजियो ने कहा कि यह अभी खत्म नहीं हुआ है. बहुत सारी मिली-जुली भावनाएं थीं- मुझे खुश होने की जरूरत है कि मुझे एक और मौका मिला. अभी पदक जीतकर काफी खुश हूं.
मैच जीतने के बाद पीवी सिंधु का बयान
बता दें कि टोक्यो ओलंपिक की महिला सिंगल्स स्पर्धा में कांस्य पदक जीत भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने इतिहास रच दिया है. मैच जीतने के बाद अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि इस मैच में आखिरी पॉईंट जीतने के बाद थोड़ी देर के लिए मुझे कुछ समझ नहीं आया. उन्होंने कहा कि मैंने क्या उपलब्धि हासिल की है इस बात को समझने में मुझे पांच-छह सेकंड का समय लगा.
Tokyo Olympics 2020: पीवी सिंधु ने कहा- आखिरी पॉईंट जीतने के बाद समझने में लगा 5-6 सेकंड का वक्त