भारत के कड़े तेवर के सामने नरम पड़ा कतर, लौटाईं गुरु ग्रंथ साहिब की जब्त प्रतियां
Guru Granth Sahib: विदेश मंत्रालय का कहना है कि कतर के अधिकारियों ने बुधवार (28 अगस्त) को दोहा में हमारे दूतावास को श्री गुरु ग्रंथ साहिब (दो सरूप) सौंपे हैं, जो एक भारतीय नागरिक से लिए गए थे.
![भारत के कड़े तेवर के सामने नरम पड़ा कतर, लौटाईं गुरु ग्रंथ साहिब की जब्त प्रतियां Qatar Government handed over seized Sri Guru Granth Sahib two Saroops to indian Embassy in Doha after controversy भारत के कड़े तेवर के सामने नरम पड़ा कतर, लौटाईं गुरु ग्रंथ साहिब की जब्त प्रतियां](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/08/28/cca7eabf4b1e8eedf467b79f584ce86e17248404243861006_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Guru Granth Sahib: कतर की राजधानी दोहा में पुलिस की तरफ से कब्जे में लिए श्री गुरु ग्रंथ साहिब के दो पवित्र स्वरूपों को सम्मान सहित लौटा दिया गया है. इस दौरान भारतीय विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर जानकारी देते हुए बताया कि कतर के अधिकारियों ने बुधवार (28 अगस्त) को दोहा में हमारे दूतावास को श्री गुरु ग्रंथ साहिब (दो सरूप) सौंपे हैं, जो एक भारतीय नागरिक से लिए गए थे, जो बिना मंजूरी के धार्मिक प्रतिष्ठान चलाने से संबंधित मामले में थे.
इस मामले को लेकर विदेश मंत्रालय का कहना है कि हम इसके लिए कतर सरकार को धन्यवाद देते हैं. इस बीच विदेश मंत्रालय का कहना है कि हम कतर या अन्य देशों में रहने वाले सभी भारतीय नागरिकों से भी अपील करते हैं कि वे सभी मामलों में स्थानीय कानूनों और नियमों का ईमानदारी से पालन करें.
जानिए क्या है पूरा मामला?
दरअसल, यह विवाद तब पैदा हुआ जब कतर के अधिकारियों ने स्थानीय कानूनों और नियमों के अनुसार उनकी मंजूरी के बिना धार्मिक प्रतिष्ठान चलाने के आरोपी व्यक्तियों से पवित्र पुस्तक की दो प्रतियां जब्त कीं. दिसंबर 2023 में हुई यह घटना हाल ही में प्रकाश में आई, जिससे सिक्ख नेताओं में चिंता पैदा हो गई. जिसके बाद भारतीय दूतावास ने स्थानीय कानूनों और नियमों के दायरे में हर संभव सहायता प्रदान करने की बात कही थी.
Qatar authorities have today handed over to our Embassy in Doha Sri Guru Granth Sahib (two Saroops) taken from an Indian national in a case related to running a religious establishment without approvals. We thank the Government of Qatar for the same: MEA pic.twitter.com/usYr9aWBzd
— ANI (@ANI) August 28, 2024
दोनों स्वरूप को भी सम्मान से रखा जाएगा
हालांकि, इससे पहले विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा था कि ‘‘हमारे दूतावास ने स्थानीय कानूनों और नियमों के दायरे में हरसंभव मदद की है. पवित्र ग्रंथ के एक स्वरूप को कतर के अधिकारियों ने वापस कर दिया और यह आश्वासन दिया गया था कि जल्द ही दूसरे स्वरूप को भी सम्मान के साथ रखा जाएगा.
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