'एस जयशकंर ने किया था पति को छुड़ाने का वादा', कतर से रिहा पूर्व नौसैनिक की पत्नी का बड़ा खुलासा
India-Qatar News: भारतीय नौसेना के आठ पूर्व नौसैनिकों को कतर में मौत की सजा दी गई है. इन्हें छुड़ाने के लिए भारत सरकार लंबे समय से कूटनीतिक वार्ता कर रही थी.
Indian Navy: कतर की कैद से रिहा होने वाले भारतीय नौसेना के पूर्व नौसैनिक की पत्नी ने बड़ा खुलासा किया है. पूर्व नौसैनिक की पत्नी ने बताया है कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मुझसे वादा किया था कि वह मेरे पति समेत सभी लोगों को भारत वापस लेकर आएंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने अपना वादा निभाया है. ये खुलासा करने वाली महिला मंशा वशिष्ठ हैं, जो कैप्टन सौरव वशिष्ठ की पत्नी हैं. सौरव वशिष्ठ समेत आठ लोगों को कतर में मौत की सजा मिली थी.
दरअसल, भारत को सोमवार (12 फरवरी) को एक बड़ी राजनयिक जीत मिली, जब कतर की जेल में बंद नौसेना के आठ पूर्व नौसैनिकों को रिहा कर दिया गया. इनमें से सात नौसैनिक भारत लौट आए हैं, जबकि आठवें की स्वदेश वापसी की तैयारी चल रही है. साढ़े तीन महीने इन सभी को कतर की अदालत ने सबमरीन प्रोग्राम को लेकर जासूसी के आरोप में मौत की सजा सुनाई थी. हालांकि, भारत के हस्तक्षेप के बाद सजा को जेल की सजा में तब्दील कर दिया गया.
जयशंकर ने मुझसे किया था वादा: मंशा वशिष्ठ
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, मंशा वशिष्ठ ने उस समय को लेकर बात की जब उनके पति समेत आठ लोगों को कतर की अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी. मंशा ने बताया, 'मेरे लिए उस पल को बयां करना बहुत मुश्किल है. उस समय बहुत ज्यादा अनिश्चितता थी. मैं उस पूरे समय दोहा में मौजूद थी और मुझे बहुत कम समय के लिए उनसे (कैप्टन सौरव वशिष्ठ) मिलने की इजाजत थी.'
उन्होंने आगे बताया, 'जब हमारी मुलाकात विदेश मंत्री एस जयशंकर से हुई, तो उन्होंने मुझसे वादा किया कि वे सभी लोगों को वापस लेकर आएंगे और सरकार ने अपना वादा निभाया है. मेरे पति को वापस लाने के लिए मैं सरकार को शुक्रिया कहना चाहती हूं.'
कैप्टन सौरव ने भी सरकार को कहा शुक्रिया
कैप्टन सौरव वशिष्ठ ने ऐसी असंभव उपलब्धि हासिल करने के लिए भारत सरकार को श्रेय दिया. उन्होंने कहा, 'कतर सरकार के साथ पीएम मोदी के व्यक्तिगत हस्तक्षेप के कारण यह दिन आया है और मैं अपने परिवार के साथ यहां देहरादून में खड़ा हूं.'
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