QUAD Meeting: ‘क्वाड’ (QUAD) समूह ने सोमवार को लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और उनके छद्म संगठनों सहित संयुक्त राष्ट्र की लिस्ट में शामिल सभी आतंकवादी समूहों के खिलाफ ठोस कार्रवाई का आह्वान किया है. QUAD ने परोक्ष रूप से पाकिस्तान का संदर्भ देते हुए सभी देशों से आग्रह किया कि वे अपने क्षेत्र का आतंकवादी उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल होने से रोकने के लिए तत्काल, निरंतर और अपरिवर्तनीय कार्रवाई करें.


चार देशों के समूह QUAD के विदेश मंत्रियों की बैठक के बाद जारी एक संयुक्त बयान में, QUAD मंत्रियों ने सीमा पार आतंकवाद सहित आतंकवाद और हिंसक चरमपंथ के सभी रूपों की ‘स्पष्ट रूप से’ निंदा की. QUAD में भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं.


बयान में कहा गया है, “हम 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए हमलों और पठानकोट हमलों सहित अन्य आतंकवादी हमलों की फिर से निंदा करते हैं और इन हमलों को अंजाम देने वालों को बिना देरी के न्याय के कठघरे में लाने का आह्वान करते हैं.” मंत्रियों ने आतंकवादियों और आतंकवादी संगठनों द्वारा मानव रहित हवाई यान (यूएवी), ड्रोन, सुरंगों और सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकियों के इस्तेमाल की निंदा की.


अल-कायदा, लश्कर, जैश से ISIS तक पर एक्शन


QUAD ने सभी देशों से आग्रह किया कि वे अपने नियंत्रण वाले क्षेत्र का आतंकवादी उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल होने से रोकने के लिए तत्काल, निरंतर और अपरिवर्तनीय कार्रवाई करें. बयान में किसी का भी नाम लिए बिना कहा गया है, “ हम अल-कायदा, आईएसआईएस/दायश, लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और उनके छद्म समूहों सहित संयुक्त राष्ट्र की लिस्ट के सभी आतंकवादी समूहों के खिलाफ ठोस कार्रवाई का आह्वान दोहराते हैं.”


पाकिस्तान पर उसके पड़ोसी देशों द्वारा बार-बार अल-कायदा, जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और उनके छद्म समूहों सहित आतंकवादी संगठनों को पनाह देने का आरोप लगाया जाता रहा है. संयुक्त बयान में कहा गया है, “हम अंतरराष्ट्रीय सहयोग के लिए प्रतिबद्ध हैं और अपने अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय साझेदारों के साथ व्यापक और सतत तरीके से काम कर रहे हैं, ताकि आतंकवाद और हिंसक चरमपंथ से उत्पन्न खतरों को रोकने, पता लगाने और उनका जवाब देने की उनकी क्षमता को मजबूत किया जा सके.”


ड्रैगन के मंसूबों पर भी QUAD की मार


QUAD ने एक महत्वपूर्ण कदम के तहत, सोमवार को अपने महत्वाकांक्षी हिंद-प्रशांत समुद्री क्षेत्र जागरूकता (आईपीएमडीए) कार्यक्रम को हिंद महासागर क्षेत्र तक विस्तारित करने की योजना की भी घोषणा की. इससे रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण जल क्षेत्र की बेहतर निगरानी हो सकेगी. QUAD की विदेश मंत्रिस्तरीय बैठक के बाद यह घोषणा हिंद महासागर में चीन के बढ़ते प्रभाव को लेकर नयी दिल्ली की चिंताओं के बीच की गई.


QUAD ने यह भी कहा कि वह हिंद महासागर क्षेत्र के लिए भारत के सूचना केंद्र के माध्यम से अपने दक्षिण एशिया कार्यक्रम के शीघ्र संचालन के लिए काम कर रहा है. बैठक में विदेश मंत्री एस. जयशंकर, अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, जापान की विदेश मंत्री योको कामिकावा और ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग ने भाग लिया. चीन का सीधे नाम लिए बिना QUAD के विदेश मंत्रियों ने पूर्वी और दक्षिण चीन सागर की स्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त की और किसी भी ‘‘ऐसी एकतरफा कार्रवाई के प्रति QUAD के कड़े विरोध को दोहराया, जो दबाव बनाकर यथास्थिति को बदलने की कोशिश करती है.


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