Quad summit 2024: क्वाड शिखर सम्मेलन में भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्राध्यक्ष शामिल हुए. इस बार क्वाड शिखर सम्मेलन अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन के गृहनगर डेलावेयर में आयोजित किया गया था. इस दौरान क्वाड नेताओं ने संयुक्त बयान जारी किया. इसमें सभी नेताओं ने आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद की सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में स्पष्ट रूप से निंदा की. 


इसके अलावा क्वाड नेताओं ने पूर्वी और दक्षिण चीन सागर की स्थिति को लेकर को भी चिंता जाहिर की. 


'मुंबई-पठानकोट में 26/11 के हमलों सहित आतंकवादी हमलों की निंदा करते हैं'


आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद को लेकर क्वाड नेताओं ने अपने संयुक्त बयान ने कहा, "हम आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद की सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में स्पष्ट रूप से निंदा करते हैं, जिसमें सीमा पार आतंकवाद भी शामिल है. हम ऐसे आतंकवादी हमलों के अपराधियों के लिए जवाबदेही को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हम मुंबई और पठानकोट में 26/11 के हमलों सहित आतंकवादी हमलों की निंदा करते हैं, और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद 1267 प्रतिबंध समिति द्वारा उचित रूप से नामित करने की हमारी प्रतिबद्धता को दोहराते हैं.


पूर्वी और दक्षिण चीन सागर की स्थिति को लेकर जताई चिंता 


हम पूर्वी और दक्षिण चीन सागर की स्थिति को लेकर क्वाड नेताओं ने अपने बयान कहा,"हम पूर्वी और दक्षिण चीन सागर की स्थिति को लेकर गंभीर रूप से चिंतित हैं. हम विवादित विशेषताओं के सैन्यीकरण और दक्षिण चीन सागर में बलपूर्वक और डराने-धमकाने वाले युद्धाभ्यासों के बारे में अपनी गंभीर चिंता व्यक्त करना जारी रखते हैं. हम खतरनाक युद्धाभ्यासों के बढ़ते उपयोग सहित तट रक्षक और समुद्री मिलिशिया जहाजों के खतरनाक उपयोग की निंदा करते हैं. हम अन्य देशों की अपतटीय संसाधन दोहन गतिविधियों को बाधित करने के प्रयासों का भी विरोध करते हैं. हम इस बात की पुष्टि करते हैं कि समुद्री विवादों को शांतिपूर्वक और अंतर्राष्ट्रीय कानून के अनुसार हल किया जाना चाहिए, जैसा कि UNCLOS में परिलक्षित होता है."


रूस-यूक्रेन युद्ध पर भी जताई चिंता


यूक्रेन में चल रहे युद्ध क्वाड नेताओं ने कहा, "हम यूक्रेन में चल रहे युद्ध पर अपनी गहरी चिंता व्यक्त करते हैं, जिसमें भयानक और दुखद मानवीय परिणाम शामिल हैं. हम में से प्रत्येक ने युद्ध शुरू होने के बाद से यूक्रेन का दौरा किया है, और इसे प्रत्यक्ष रूप से देखा है. हम अंतर्राष्ट्रीय कानून के अनुरूप एक व्यापक, न्यायसंगत और स्थायी शांति की आवश्यकता को दोहराते हैं, जो संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान सहित संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उद्देश्यों और सिद्धांतों के अनुरूप है."