Queen Elizabeth Death: ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Elizabeth-II) का गुरुवार को 96 वर्ष की आयु में निधन हो गया. महारानी के निधन के बाद कम से कम 54 राष्ट्रमंडल देशों (Commonwealth Countries) में राजकीय शोक (State Mourning) रहेगा. इन देशों का राष्ट्रीय ध्वज (National Flag) आधा झुका रहेगा. महारानी के सम्मान में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने व्हाइट हाउस, सरकारी इमारतों और सैन्य प्रतिष्ठानों पर ध्वज को आधा झुकाने का आदेश दिया है. भारत में भी उनके निधन के दुखद समाचार के बाद सरकार ने फैसला किया है कि देश में 11 सितंबर को एक दिन का राजकीय शोक रहेगा और रविवार को राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा.
गृह मंत्रालय का आदेश
गृह मंत्रालय ने बयान में उल्लेख किया है कि राष्ट्रीय ध्वज पूरे भारत में उन सभी भवनों पर आधा झुका रहेगा, जहां राष्ट्रीय ध्वज नियमित रूप से फहराया जाता है. साथ ही ये भी कहा गया है कि राजकीय शोक के दिन कोई भी आधिकारिक मनोरंजन नहीं होगा. गुरुवार को बकिंघम पैलेस ने घोषणा की थी कि बाल्मोरल कैसल में महारानी का निधन हो गया है. उन्होंने 70 साल तक ब्रिटेन पर राज किया.
क्या होता है राजकीय शोक
भारत में पहला राजकीय शोक महात्मा गांधी की हत्या के बाद घोषित किया गया था. समय के साथ राजकीय शोक के नियम में कई बदलाव किए गए. अब अन्य गणमान्य व्यक्तियों के मामले में भी केंद्र विशेष निर्देश जारी कर राजकीय शोक का एलान कर सकता है. इसके साथ ही देश में किसी बड़ी आपदा के वक्त भी राजकीय शोक घोषित किया जा सकता है.
राजकीय शोक के दौरान सार्वजनिक छुट्टी नहीं
केंद्र सरकार के 1997 के नोटिफिकेशन में कहा गया है कि राजकीय शोक के दौरान कोई सार्वजनिक छुट्टी जरूरी नहीं है. इसके अनुसार अनिवार्य सार्वजनिक छुट्टी को इस दौरान खत्म कर दिया गया है. अब केवल इसी हालत में छुट्टी की घोषणा होती है, जब राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री के पद पर रहते हुए किसी व्यक्ति का निधन हो जाता है. अक्सर पद पर न रहने वाले गणमान्य लोगों की मृत्यु के बाद भी सार्वजनिक अवकाश की घोषणा कर दी जाती है.
आधा झुका रहता है राष्ट्रीय ध्वज
राजकीय शोक के दौरान फ्लैग कोड ऑफ इंडिया नियम के मुताबिक विधानसभा, सचिवालय सहित महत्वपूर्ण कार्यालयों में लगे राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहते हैं. इसके अलावा प्रदेश में कोई औपचारिक एवं सरकारी कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाता है और इस अवधि के दौरान समारोहों और आधिकारिक मनोरंजन पर भी प्रतिबंध रहता है. देश में और देश के बाहर स्थित भारतीय दूतावास और उच्चायोग में भी राष्ट्रीय ध्वज को आधा झुकाया जाता है.
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