भोपाल: मध्य प्रदेश में हनीट्रैप केस में सामने आई चार्जशीट पर ऐसे सवाल उठ रहे हैं जिनका जबाव देना अब पुलिस को भारी पड़ रहा है. भोपाल की जिला अदालत में शनिवार शाम को दाखिल इस चार्जशीट में उन महिलाओं को तो आरोपी बनाया गया है जो खूबसूरती का जाल बिछाकर रसूखदार लोगों को फंसाकर अपना शिकार बनाती थीं. मगर उन्होंने किन लोगों को अपने जाल में फंसाया और उनसे कितनी रकम वसूली या फिर उनसे कौन से गैर कानूनी काम करवाये ये बात चार्जशीट में नहीं लिखी गयी है. इस चार्जशाीट में भोपाल के दो पत्रकारों के नाम का तो जिक्र है, मगर उस आईएएस अफसर का नाम गायब है जिसके बारे में कहा गया है कि उसने एक करोड़ रूपये दिये और उसके तीन हिस्से बांटे गये.
ये चार्जशीट हनीट्रैप गैंग की सदस्य रही मोनिका यादव और उसके पिता के बयानों के आधार पर है. इन बयानों के आधार पर आरती दयाल, श्वेता विजय जैन, श्वेता स्वप्निल जैन और अभिषेक सिंह को मानव तस्करी के आरोप में आरोपी बनाया गया है. मगर जिन पत्रकारों, कारोबारियों, छोटे नेताओं और अफसरों का जिक्र चार्जशीट में है उनसे ना तो पूछताछ की गयी है और ना ही उनको आरोपी बनाया गया है. एसआईटी के अफसर इस अजीब सी चार्जशीट पर कुछ भी कहने से बच रहे हैं. मगर नाम ना छापने की शर्त पर एसआईटी के बड़े अफसर ने बताया कि जिन लोगों के नाम बयान में सामने आये हैं उनसे आने वाले वक्त में पूछताछ की जायेगी. जो आरोप उनपर लगाये गये हैं उस बारे में कोई तथ्य और सबूत मिलेंगे तो उनको आरोपी भी बनाया जायेगा.
फिलहाल तो कोर्ट की समय सीमा थी कि दो महीने में आरोप पत्र दाखिल करना था इसलिये ये आरोप पत्र दे दिया गया है. लेकिन आने वाले दिनों में एक या दो और आरोप पत्र दाखिल किये जायेंगे. इस चार्जशीट में इस बात पर भी हैरानी है कि हनीट्रैप मामले में आरोपी श्वेता स्वप्निल जैन की भूमिका के बारे में चुप्पी साधी गयी है. जबकि समझा ये जा रहा था कि इस महिला के सरकार के बड़े आईएएस अफसरों से करीबी संबंध थे. बड़े अफसरों को फंसाने और वीडियो बनाकर वसूली करने का काम इसी महिला का था. इन महिलाओं से मिली पेन ड्राइव, मोबाइल और हार्ड डिस्क को भी जांच के लिये हैदराबाद की फॉरेंसिक लैब में भेजा गया है जहां से रिपोर्ट आने में अभी वक्त लगेगा.
उधर इन सारे सवालों को परे रखते हुये प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा का कहना है कि ''हनीट्रैप में कई मामलों की जांच जारी है. वक्त-वक्त पर चार्जशीट जारी होती रहेगी. जो नाम सामने आये हैं वो आखिरी नहीं. आने वाले दिनों में जांच में कुछ और नाम आये तो उनसे भी पूछताछ होगी. लेकिन ये तय है कि जांच में बख्शा किसी को नहीं जायेगा.'' उन्होंने कहा कि ''हनीट्रैप की जांच एसआईटी अच्छे तरीके से कर रही है.''
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