मुंबईः एंटीलिया कांड और मनसुख हत्या की जांच कर रही एनआईए ने इस महीने 5 और लोगों की गिरफ्तारी की जिसमे पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा भी है. एनआईए ने अबतक 10 लोगों की गिरफ्तारी की है.


जिस समय एनआईए ने प्रदीप शर्मा समेत सतीश मोथकुरी उर्फ तन्नी भाई उर्फ विक्की बाबा और मनीष सोनी को कोर्ट में पेश किया तब एनआईए ने कोर्ट में कहा कि इससे पहले गिरफ्तार हुए संतोष शेलार और आनंद जाधव, और अब गिरफ्तार हुए सतीश और मनीष ने पूर्व कॉन्स्टेबल विनायक शिंदे के साथ मिलकर मनसुख की लाल रंग की टवेरा गाड़ी में हत्या की और फिर उसे मुंब्रा की खाड़ी में फेंक दिया.


एनआईए से पहले इस मामले की जांच महाराष्ट्र एटीएस कर रही थी उस समय भी एटीएस मनसुख के पोस्टमॉर्टेम की रिपोर्ट से संतुष्ट नही थी खास कर मनसुख के पोस्टमॉर्टेम के समय जो वीडियो रिकॉर्डिंग हुई थी वो भी बराबर नही थी.


उस समय महाराष्ट्र एटीएस ने पोस्टमॉर्टेम करने वाले डॉक्टरों के साथ साथ वीडियो बनाने वाले का बयान दर्ज किया था.


सूत्रों ने बताया कि अगर मनसुख की मौत पहले ही हो गयी थी तो उसका डायटम रिपोर्ट पॉजिटिव कैसे आ सकती है, क्या मनसुख के सैम्पल के साथ छेड़छाड़ की गई थी?


एनआईए के मुताबिक सतीश, मनीष, संतोष, और आनंद मनसुख की हत्या जिसमे सतीश और मनीष ने मुंह दबाकर मार दिया और उसी समय संतोष और आनंद भी गाड़ी में मौजूद थे. हत्या करने के बाद इनलोगों ने मनसुख को मुंब्रा की खाड़ी में फेंक दिया. हत्या के बाद सतीश और मनीष ने सचिन वाझे और प्रदीप शर्मा को इसकी जानकारी दी थी.


जांच में एनआईए ने जब प्रदीप शर्मा के घर छापेमारी की तब वहां से उन्हें एक एक्सपायर लाइसेंस वाला रिवॉल्वर मिला है.


जब कोर्ट ने प्रदीप शर्मा कुछ शिकायत है ये पूछा तो उन्होंने कोर्ट के सामने कुछ कहने की विनती की और कोर्ट के हां कहने के बाद शर्मा ने कहा की मैं इन चारों में से सिर्फ एक ही यानी कि संतोष शेलार को ही पहचानता हु, वो मेरा खबरी था, हमारे फ़ोटो फेसबुक पर हैं.


अगर मैंने कुछ किया है तो एनआईए सबूत दे, मैं एक रिटायर्ड ऑफिसर हूं, अगर कुछ किया होता तो घर पर आराम से सो नहीं रहा होता. मुझे फंसाया जा रहा है. मुंबई पुलिस में दो अलग अलग ग्रुप हैं जिनमें से एक मेरे खिलाफ षड्यंत्र कर रहा है. जो चार लोग अभी गिरफ़्तार हुए हैं उनमें से मैं किसी को नहीं जानता. सिर्फ संतोष मेरा खबरी हुआ करता था और अब मेरे एनजीओ में काम करता था कभी फोटो खींच लिया जो अब घुमाया जा रहा है.


इस मामले में एनआईए ने इन पांच लोगों से पहले पूर्व पुलिस अधिकारी सचिन वाझे, सुनील माने, रियाजुद्दीन काजी, विनायक शिंदे और क्रिकेट बुकी नरेश गोर को गिरफ्तार किया है जो फिलहाल जेल कस्टडी में हैं.


क्या होता है डायटम टेस्ट?


डायटम टेस्ट यह पता लगाने के लिए किया जाता है कि ताकि पता लगाया जा सके कि जिसकी डेड बॉडी नदी, नाले, या समुद्र में मिली है उसकी मौत पानी मे गिरने के बाद हुई या फिर पानी मे किसीने उसे मारने के बाद फेंका है.


डायटम नाम का चीज इस तरह के पानी मे होती है और हर जगह के पानी मे डायटम की अलग अलग विशेषता पाई जाती है. ऐसे में जिस भी जगह शव मिलता है वहां से पानी का सेम्पल और शव के शरीर के अंदर मिले पानी के सेम्पल डायटम मैच किये जाते हैं और अगर ये मैच हो जाता है तो यह अंदाज लगाया जाता है कि शव की इसी जगह पानी मे डूबकर मौत हुई हो सकती है. और अगर यह रिपोर्ट निगेटिव आती है तो संदेह बढ़ना शुरू हो जाता है.


इसी बीच अगर किसी शख्स की पहले ही हत्या की जाती है और फिर उसे पानी मे फेंका जाता है तो उसके शरीर मे पानी नही जाता और डायटम रिपोर्ट तब भी निगेटिव आती है.


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