R Venkataramani Profile: वरिष्ठ अधिवक्ता आर वेंकटरमणी (R Venkataramani) को तीन साल के लिए भारत के नए अटॉर्नी जनरल के रूप में नियुक्त किया गया है. वेंकटरमणी एक सीनियर एडवोकेट हैं, जिन्हें सुप्रीम कोर्ट में 42 साल का अनुभव है. वह मौजूदा अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल की जगह लेंगे, जिनका कार्यकाल 30 सितंबर को समाप्त होगा. वेंकटरमणि 1 अक्टूबर से भारत के अटॉर्नी जनरल के रूप में कार्यभार संभालेंगे. 


आर वेंकटरमणि कौन हैं?


13 अप्रैल 1950 को पॉडिचेरी में जन्मे वेंकटरमणि ने जुलाई 1977 में तमिलनाडु बार काउंसिल में एक वकील के रूप में नामांकित हुए थे. आर वेंकटरमणी एक वकील हैं, जिन्हें सुप्रीम कोर्ट में 42 साल का अनुभव है. जुलाई 1977 में बार काउंसिल ऑफ तमिलनाडु में दाखिला लेने के बाद 1979 में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता पीपी राव के साथ काम किया. 


इसके बाद, वेंकटरमणी ने 1982 में सर्वोच्च न्यायालय में एक स्वतंत्र अभ्यास की स्थापना की. उन्हें 1997 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया गया था. फिर उन्हें 2010 में मेंबर ऑफ लॉ कमीशन और फिर 2013 में एक और कार्यकाल के लिए नियुक्त किया गया था.


सुप्रीम कोर्ट में कैसा रहा सफर 


वेंकटरमणी ने कानून की विभिन्न शाखाओं में प्रमुख रूप से संवैधानिक कानून, अप्रत्यक्ष करों के कानून, मानवाधिकार कानून, नागरिक और आपराधिक कानून, उपभोक्ता कानून साथ ही सेवाओं से संबंधित कानून की प्रैक्टिस की है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट में अपने प्रमुख मुकदमों में केंद्र सरकार, कई राज्य सरकारों, विश्वविद्यालयों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों का भी प्रतिनिधित्व किया है.


सफर में अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधित्व भी शामिल 


वेंकटरमणी के इस सफर में अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधित्व (International Representation) भी शामिल है. 2001 में जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त और न्यायविदों के अंतर्राष्ट्रीय आयोग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित कार्यशाला में बोलने के लिए उन्हें आमंत्रित किया गया था. 


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