नई दिल्ली: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज दिल्ली के चांदनी चौक इलाके में बच्चों को बंधक बनाने वाले राबिया स्कूल का दौरा किया. स्कूल के बाहर भारी संख्या में लोग मौजूद है. जहां अभिभावक स्कूल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं, वहीं स्कूल की पूर्व छात्राओं ने स्कूल पर लगे सभी आरोपों को खारिज किया है. पूर्व छात्राओं का कहना है कि उन्हें बंद नहीं किया गया था बल्कि बच्चों को लाइन से अलग रखा गया था.


पूर्व छात्राओं ने की सीएम के खिलाफ नारेबाजी


मीडिया से बातचीत में सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि हमनें स्कूल के प्रिंसिपल को कड़ी हिदायत दी है. हम जांच कराकर स्कूल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे. इस दौरान दिल्ली के शिक्षा मंत्री और उपमुख्यमंत्री मनीष  सिसोदिया भी वहां मौजूद थे. बता दें कि सीएम केजरीवाल जब मीडिया के सामने अपनी बात रख रहे थे तो स्कूल की पूर्व छात्राएं उनके खिलाफ नारेबाजी कर रही थीं. स्कूल के बाहर पूर्व छात्राएं बैनर लेकर पहुंची हैं.





स्कूल पर क्या आरोप लगे हैं?


स्कूल पर आरोप है कि सोमवार को जब बच्चियां स्कूल पहुंची तो स्कूल प्रशासन ने फीस ना जमा करने की बात कहकर लगभग 40 से 50 छोटी बच्चियों को स्कूल के बेसमेंट में बंधक बना लिया. इन बच्चियों की उम्र लगभग 5 से 7 साल की है. जब अभिभावक अपने बच्चों को लेने के लिए स्कूल पहुंचे तो उन्होंने बच्चों की हालत देख हंगामा शुरु कर दिया और कुछ अभिभावकों ने इसका वीडियो भी बनाया.


शिक्षा विभाग से केजरीवाल ने मांगी रिपोर्ट 


इस मामले में पुलिस की तरफ से एफआईआर भी दर्ज की गई है. इस स्कूल पर पहले भी इस तरीके की हरकतें करने का आरोप लगता रहा है. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस मामले में शिक्षा विभाग से रिपोर्ट मांगी है.


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