मुंबई में फर्जी वैक्सीन ड्राइव चलाने वाले रैकेट का भंडाफोड़, पुलिस ने पांच को किया गिरफ्तार
मुंबई में हाई प्रोफाइल सोसायटी, फिल्म प्रोडक्शन हाउस और कॉर्पोरेट कंपनियों में फर्जी वैक्सीन आयोजन करने वाले रैकेट का बड़ा खुलासा हुआ है.
मुंबई के कांदिवली इलाके में हाई प्रोफाइल हीरानंदानी हेरीटेज इमारत में फर्जी वैक्सिंग ड्राइव के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. मुंबई पुलिस ने एक रैकेट का खुलासा करते हुए 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. कांदिवली हीरानंदानी हेरिटेज में 30 मई वैक्सीन कैम्प का आयोजन किया गया था. इसके लिए सोसाइटी के मैनेजमेंट ने एक नामी हॉस्पिटल के महेंद्र सिंह नाम के PRO से संपर्क किया था.
मुंबई के अंधेरी इलाके के एक हॉस्पिटल के PRO महेंद्र सिंह ने संजय गुप्ता नाम के मध्यस्थ से हीरानंदानी हेरिटेज सोसाइटी में टिकाकरण किया. वैक्सीन लगने के बाद आयोजकों ने सर्टिफिकेट 4-5 दिन बाद मिलने की बात की थी.
जब लोगो को सर्टिफिकेट मिला पर उस पर समय, तारीख गलत था. लोगो को संदेह आने पर पुलिस को शिकायत की गई. मुम्बई पुलिस ने रात FIR दर्ज किया. चीटिंग, फोर्जरी , IT Act, Impersonation के तहत मामला दर्ज किया.
मुंबई पुलिस के नॉर्थ रीजन के एडिशनल कमिश्नर दिलीप सावंत के मुताबिक जांच में सामने आया कि-
1. इस ड्राइव के लिए BMC की कोई इजाजत नही ली गई थी. सोसाइटी में टीकाकरण के लिए 7 मई के BMC सर्क्युलर के मुताबिक इजाज़त लेनी जरूरी थी.
2. ड्राइव के दौरान कोई अधिकृत व विशेषज्ञ डॉक्टर नही था.
3. सर्टिफिकेट के लिए कई अस्पतालों का ID चुराया गया.
4. Vaccine किसी अधिकृत सोर्स से नही लाया गया.
5. इस गिरोह ने 9 जगहो पर यह कैम्प का आयोजन किया गया. सभी जगह ड्राइव में यही लोग शामिल है.
मुंबई पुलिस के मुताबिक इस गिरोह ने अब तक 9 जगहों पर वैक्सीन ड्राइव का आयोजन किया और करीब 4 से 5 हजार लोगों को वैक्सीन लगवाया. कांदिवली पुलिस ने 5 लोगो को गिरफ्तार किया गया है.
पहला आरोपी महेंद्र सिंह 10वी फेल है जो इस रैकेट का मास्टरमाइंड है. महेंद्र 17 सालों से मेडिकल क्षेत्र में काम करता है और मुंबई के कई नामी अस्पतालों और डॉक्टरों से उसके संपर्क हैं. महेंद्र सिंह के अकाउंट से ₹9 लाख बरामद किए गए हैं .
दूसरा आरोपी संजय गुप्ता , महिंद्र का बेहद करीबी है और सोइइटी में कैम्प आयोजक का काम करता है. तीसरा आरोपी ललित उर्फ चंदन सिंह यह मुंबई के एक नामी अस्पताल में काम करता है. ललित COWIN App से डाटा चोरी करने का आरोप है जिसकी मदद से वह फर्जी सर्टिफिकेट तैयार करता था.
चौथा आरोपी नितिन मोंडे भी एक नामी अस्पताल में काम करता था और Cowin से डेटा चोरी कर फर्जी सर्टिफिकेट बनाने का काम करता था . पांचवा आरोपी करीम अकबर अली, वैक्सीन लाने का काम करीम अकबर अली का था. यह मामला उजागर होने के बाद करीब मुंबई से फरार हो गया था जिसे मुंबई पुलिस ने मध्य प्रदेश के भोपाल से गिरफ्तार किया.