लेहः लद्दाख के यूनियन टेरिटरी बनने के साथ ही पूर्व आईएएस अधिकारी राधा कृष्ण माथुर ने लद्दाख के पहले लेफ्टिनेंट गवर्नर के रूप में शपथ ले ली. जम्मू कश्मीर हाई कोर्ट की मुख्य न्यायाधीश श्रीमती गीता मित्तल ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. इस दौरान माथुर ने एबीपी न्यूज़ से विशेष बात करते हुए कहा कि लद्दाख का विकास ही उनकी पहली प्राथमिकता होगी. यहां के लोगों को विश्वास में लेकर वह लद्दाख का विकास करेंगे.
माथुर ने कहा कि लद्दाख का विकास ही हमारी पहली प्राथमिकता है. इस इलाके में क्या काम कराया जा सकता है, पर्यटन के लिहाज से किस तरह से विकसित किया जा सकता है. किस तरह से लोगों को साथ में लेकर पर्यटन का विकास कराया जाए. बहुत से इलाके हैं जहां पर मैं देखता हूं बहुत कुछ करना संभव है, मेरी कोशिश यही है कि सभी लोगों को साथ में लेकर सभी लोगों की राय लेकर उन्हें आगे बढ़ाया जाएगा.
लद्दाख को बहुत पहले राज्य बनाये जाने की जरूरत थी के सवाल पर बोलते हुए माथुर ने कहा कि फिलहाल इसका जवाब देना मेरे लिए उचित नहीं रहेगा. लेकिन, मैं समझता हूं कि लद्दाख को बनाए जाने से लद्दाख को गति मिलेगी.
उन्होंने कहा कि मैं राजनीतिक व्यक्ति नहीं हूं, लेकिन बतौर अलग-अलग पद पर रहते हुए मेरा अनुभव है कि पॉलिटिक्स और विकास अलग नहीं रह सकते. विकास विकास है राजनीति राजनीति है.
उन्होंने कहा कि विकास के कार्य मे कभी राजनैतिक हस्तक्षेप नहीं रहता. उन्होंने कहा कि मेरे दिमाग मे हमेशा एक ब्लूप्रिंट रहता है. यहां के लोगों से बात करके क्या ग्राउंड रियलिटी है, लोगों की क्या इच्छा है, किसमें उनकी बेहतरी है, उसको देख कर ही ब्लू प्रिंट तैयार किया जाएगा.
एलजी माथुर के मुताबिक लद्दाख में जो भी कुछ होगा वह लोगों की भलाई के लिए होगा. ऐसा कोई काम नहीं होगा जो उन्हें पसंद ना हो. लेह लद्दाख एरिया हमेशा से अलग रहा है. पहले भी मैं यहां भ्रमण कर चुका हूं, इस एरिया की जो सोच है वह हमेशा से अलग रही है.
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