जानें आखिर किस बात पर मीडिया के सामने ही रोने लगीं राधे मां
राधे मां ने कहा, 'मुझ पर क्यों आरोप लगाते हो... बहुत हो चुका.' उन्होंने कहा, 'मीडिया वाले मिलकर मुझे मार दीजिए. बहुत हो गया.' इसके बाद वह रोने लगीं. सवालों के जवाब में राधे मां ने कहा कि वह ना साधु हैं और न ही सन्त. वह सिर्फ राधे मां हैं.
संभल: अक्सर विवादों में रहने वाली राधे मां ने अपने ऊपर आए दिन लगने वाले आरोपों से इंकार किया है. आरोपों को लेकर किए गये सवालों पर वह मीडिया के सामने रोने भी लगीं. राधे मां गुरूवार की रात कल्कि महोत्सव में हिस्सा लेने आयी थीं. पत्रकारों ने जब सवाल किया कि उन पर आये दिन आरोप लगते रहते हैं तो उन्होंने कहा कि उन पर कोई आरोप नहीं है.
मीडिया पर नाराजगी जाहिर करते हुए राधे मां ने कहा, 'मुझ पर क्यों आरोप लगाते हो... बहुत हो चुका.' उन्होंने कहा, 'मीडिया वाले मिलकर मुझे मार दीजिए. बहुत हो गया.' इसके बाद वह रोने लगीं. सवालों के जवाब में राधे मां ने कहा कि वह ना साधु हैं और न ही सन्त. वह सिर्फ राधे मां हैं.
गौरतलब है कि पूर्वी दिल्ली के विवेक विहार थाने में थाना प्रभारी की कुर्सी पर बैठने को लेकर राधे मां हाल ही में सुर्खियों में थीं. राधे मां पर उनके एक शिष्य की बहू ने दहेज उत्पीड़न का आरोप लगाया था. महिला का कहना था कि राधे मां के इशारे पर उसके पति के परिवार ने उसका उत्पीड़न किया.
इस बारे में सवाल किये जाने पर राधे मां ने कहा, 'मेरे ऊपर कोई आरोप नहीं है. तुम क्या दूध के धुले हो. तुम लोग रोज रोज यही बातें करते हो.' राधे मां का असल नाम सुखविन्दर कौर है. वह हिन्दी फिल्मों के गीतों पर डांस करते हुए अपने भक्तों को आशीर्वाद देने के लिए मशहूर हैं. उनके कई अनुयायी मानते हैं कि वह दुर्गा का अवतार हैं और उनके पास अदभुत शक्तियां हैं. अखिल भारतीय अखाडा परिषद ने 14 फर्जी आध्यात्मिक गुरुओं की लिस्ट में राधे मां का नाम भी शामिल किया था.