नई दिल्ली: कांग्रेस के शीर्ष नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल राफेल लड़ाकू विमान सौदे में कथित भ्रष्टाचार की स्वतंत्र जांच कराने की मांग को लेकर सोमवार को केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) से मिलेगा. पिछले सप्ताह कांग्रेस ने देश के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (कैग) से मुलाकात की थी. पार्टी ने कैग से सौदे में कथित अनियमितता पर एक रिपोर्ट तैयार करने और उसे संसद में पेश किये जाने का अनुरोध किया था.
राफेल सौदे पर जारी इस लड़ाई पर केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि राफेल डील में कोई घोटाला नहीं हुआ है. वहीं उन्होंने राहुल गांधी से अपील की कि वो भाषा की मर्यादा रखें. वहीं जेटली के इस बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि झूठ न बोलकर सरकार जेपीसी जांच कराए.
कांग्रेस के नेताओं ने रविवार को कहा कि पार्टी इसी तरह का अनुरोध करने के साथ ही इस संबंध में भ्रष्टाचार का एक मामला दर्ज करने की मांग करेगी. राफेल मुद्दे पर अपना हमला तेज करते हुए कांग्रेस ने रविवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोपनीयता की शपथ का ‘उल्लंघन’ किया.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि समय आ गया है, अब वित्त मंत्री अरुण जेटली और प्रधानमंत्री 'झूठ बोलना बंद करें.' इसके साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष ने सच्चाई सामने लाने के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने पर जोर दिया है.
इसी बहस के बीच कांग्रेस के आनंद शर्मा ने राफेल सौदे को शताब्दी का सबसे बड़ा घोटाला बताया और कहा कि जेटली सरकार को बचाने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं, इस डील को लेकर कांग्रेस के प्रमोद तिवारी ने कहा कि राफेल डील सबसे बड़ा घोटाला है और इन आरोप पर पीएम मौन क्यों हैं.
इस मामले पर अखिलेश यादव ने भी जेपीसी की मांग की है. मोदी सरकार के नेतृत्व पर उठाए गए सवालों पर उन्होंने कहा कि सच जनता के सामने आना चाहिए.
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