नई दिल्ली: राफेल डील को लेकर लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर घोटाले का आरोप लगा रही कांग्रेस कल फिर कैग दफ्तर जाएगी. पार्टी सूत्रों को मुताबिक, राफेल डील से जुड़े कुछ नए दस्तावेजों के साथ कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल कल 12 बजे कैग से मिलेगा. राफेल डील की जांच के लिए कांग्रेस कैग और केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) का दरवाजा पहले भी खटखटा चुकी है.
बता दें कि सितंबर में कांग्रेस ने कैग से मुलाकात की थी. पार्टी ने कैग से सौदे में कथित अनियमितता पर एक रिपोर्ट तैयार करने और उसे संसद में पेश किये जाने का अनुरोध किया था. कांग्रेस ने इस मामले में सीवीसी को ज्ञापन सौंप कर राफेल सौदे की जांच के लिए एफआईआर दर्ज करने की मांग की है. साथ ही कांग्रेस ने इस सौदे से जुड़े सभी कागजात को जब्त करने की भी मांग की है.
फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बयान के बाद से ही कांग्रेस केंद्र सरकार पर हमलावर है. हालांकि सरकार ने राफेल डील में किसी भी तरह के घोटाले की बात को खारिज किया है. केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि राफेल डील में कोई घोटाला नहीं हुआ है.
ओलांद के बयान से मचा हाहाकार
बता दें कि फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने एक इंटरव्यू में केंद्र की मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाया था. उन्होंने अपने इंटरव्यू में कहा था कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस डील को हरी झंडी दिखाई थी तब इस सौदे के लिए ऑफसेट पार्टनर के तौर पर सिर्फ अनिल अंबानी के रिलायंस का नाम दिया था. ओलांद के बयान के बाद कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गोपनीयता के उल्लंघन का आरोप लगाया.
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