Dassault Aviation: राफेल सौदे के तहत ऑफसेट क्लॉज पूरा ना करने के चलते रक्षा मंत्रालय ने फ्रांस की एमबीडीए कंपनी पर करीब एक मिलियन यूरो की पेनाल्टी लगाई है. करार के तहत कुल 59 हजार करोड़ की डील का 50 प्रतिशत यानी करीब 30 हजार करोड़ का ऑफसेट कॉन्ट्रैक्ट किया गया था. ऑफसेट कॉन्ट्रैक्ट राफेल बनाने वाली कंपनी, दसॉल्ट और जिन्होंने मिसाइल और हथियार मुहैया कराए थे, उनके साथ किया गया था.
एमबीडीए ने राफेल की मिसाइल मुहैया कराई थीं. ऑफसेट कॉन्ट्रैक्ट के तहत विदेशी कंपनी को डील का 50 प्रतिशत वापस भारत के डिफेंस और एयरोस्पस क्षेत्र में विनिवेश करना होता है. इसके लिए कंपनी किसी भारतीय कंपनी के साथ समझौता कर सकती है.
लेकिन सूत्रों की मानें तो एमबीडीए ने ऐसा नहीं किया था, इसलिए पेनाल्टी लगाई गई. इस मामले पर जब एमबीडीए कंपनी से पक्ष जानना चाहा तो कंपनी ने ये कहकर अपना पक्ष नहीं रखा है कि राफेल डील दो देशों (भारत और फ्रांस) की सरकारों के बीच हुई थी. इसलिए वह कोई टिप्पणी नहीं करेगी.
हाल ही में सरकार ने संसद की रक्षा मामलों की स्थाई कमेटी को बताया था कि 2008-2027 तक के लिए अबतक रक्षा मंत्रालय ने 13.03 बिलियन डॉलर के कुल 56 ऑफसेट कॉन्ट्रैक्ट किए हैं. इनमें से 3.67 बिलियन डॉलर ही ऑफसेट के तौर पर पूरे किए गए हैं. लेकिन अब सरकार बाकी ऑफसेट को पूरा करने के लिए कड़े कदम उठा रही है.