नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल मामले को लेकर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक बार फिर निशाना साधा और कहा कि 2019 में उनकी पार्टी की सरकार बनने पर इस मामले की आपराधिक जांच होगी और जिम्मेदार लोगों को दंडित किया जाएगा.


राहुल गांधी ने यह भी कहा कि वित्त मंत्री अरुण जेटली को उन पर हमले करने की बजाय राफेल मामले पर देश जो सवाल पूछ रहा है उनका जवाब देना चाहिए. उन्होंने संसद भवन परिसर में कहा, ‘‘युवाओं, किसानों देख लो. प्रधानमंत्री जी ने 30 हजार करोड़ रुपये अनिल अंबानी को दिलवाए. चर्चा के समय प्रधानमंत्री संसद में नहीं थे. वह राफेल पर चर्चा से भाग गए.’’


कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘अरुण जेटली ने लंबा भाषण दिया, मुझे गाली दी. लेकिन जो सवाल हैं उनको जवाब नहीं दिया.’’ उन्होंने सवाल किया, ‘‘ विमान की कीमत को 526 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 1600 करोड़ रुपये किया गया. यह किसने बढ़ाया? क्या वायुसेना ने बढ़ाया या प्रधानमंत्री ने बढ़ाया?’’


गांधी ने कहा, ‘‘क्या वायुसेना ने 126 विमान मांगे थे या 36 विमान मांगे थे? अनिल अंबानी को अनुबंध किसने दिलवाया? फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने कहा कि मोदी जी के कहने पर अनिल अंबानी को अनुबंध दिया? क्या नए सौदे को लेकर रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों को आपत्ति थी?’’


उन्होंने कहा, ‘‘आशा है कि रक्षा मंत्री इसका जवाब देंगी. लेकिन मैं आपको बता सकता हूं कि वो उन सवालों का जवाब नहीं देंगी. यह मेरा संदेह है.’’ गांधी ने कहा, ‘‘सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहीं नहीं कहा है कि जांच नहीं होनी चाहिए. अगर 2019 में हमारी सरकार बनती है तो आने पर इसकी आपराधिक जांच होगी और जिम्मेदार लोगों को दंडित किया जाएगा.’’


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उन्होंने एक बार फिर से यह मांग दोहराई कि इस मामले की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच होनी चाहिए. इससे पहले गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘अपने मित्र अनिल अंबानी को राफेल का अनुबंध देकर प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार के अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा को कमजोर करने का काम किया. ऐसे में प्रधानमंत्री के खिलाफ जांच होनी चाहिए.’’ अंबानी समूह कांग्रेस द्वारा लगाये जाने वाले इन आरोपों से पहले ही इंकार कर चुका है.