पेरिस: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज पेरिस में फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैंक्रो के साथ बैठक की. यह बैठक करीब 35 मिनट तक चली. अब राजनाथ सिंह फ्रांसीसी वायुसेना के विमान से बोर्डोक्स रवाना होंगे, जहां भारत को पहला राफेल लड़ाकू विमान सौंपा जाएगा. इसके बाद रक्षा मंत्री 'शस्त्र पूजा' करेंगे और राफेल में उड़ान भरेंगे. दशहरा पर ‘शस्त्र पूजा’ की परंपरा रही है. खास बात है कि आज ही 87वां वायुसेना दिवस है.
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, ‘‘रक्षा मंत्री (राजनाथ सिंह) मेरीग्नैक में फ्रांस के रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ले के साथ राफेल को सौंपे जाने के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे.’’ प्रवक्ता ने कहा,‘‘ वह विजयदशमी के पावन अवसर पर शस्त्र पूजा भी करेंगे और राफेल लड़ाकू विमान में उड़ान भी भरेंगे.’’
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इस मौके पर फ्रांस के शीर्ष सैन्य अधिकारी और राफेल के विनिर्माता (मैन्युफैक्चरर) दसाल्ट एविएशन के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहेंगे. भारत ने करीब 59 हजार करोड़ रुपये में 36 राफेल लड़ाकू जेट खरीदने के लिए सितंबर, 2016 में फ्रांस के साथ समझौता किया था.
भारत को आज मिलेगा पहला लड़ाकू विमान राफेल, जानें इसकी खूबियां
पहला विमान आज मिलने के बावजूद चार विमानों की पहली खेप अगले साल मई तक भारत आएगी. सभी 36 राफेल जेट विमान सितंबर, 2022 तक भारत पहुंचने की संभावना है. उसके लिए भारतीय वायुसेना जरूरी बुनियादी ढांचा तैयारी करने और पायलटों को प्रशिक्षण देने समेत जरूरी तैयारियां कर रही है.