नई दिल्ली: राफेल को 29 जुलाई को अंबाला एयरबेस पर वायुसेना में शामिल होने के बाद उन्हें तुरंत चीन सीमा पर तैनात कर दिया जाएगा. फ्रांस के बंदरगाह शहर बोर्डेऑस्क में मैरीग्नेक वायुसेना अड्डे से सोमवार को रवाना हुए पांच राफेल विमानों का पहला जत्था आज अंबाला वायुसेना अड्डे पर पहुंचेगा. ये विमान आज दोपहर एक से तीन बजे के बीच अंबाला पहुंचेंगे. यहां वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया एक औपचारिक समारोह में इन विमानों को रिसीव करेंगे.
वायुसेना के प्रवक्ता ने कहा, ''क्योंकि वायुसेना के पायलट्स और क्रू की (फ्रांस में) राफेल फाइटर जेट्स और उसके हथियारों पर ट्रैनिंग पूरी हो चुकी है इसलिए इन राफेल विमानों को जल्द से (चीन सीमा पर) ऑपरेशनली तैनात कर दिया जाएगा. वायुसेना के मुताबिक, अगस्त महीने के दूसरे भाग में राफेल विमानों की फाइनल इंडक्शन होगी और उस दौरान मीडिया कवरेज होगी.''
एमबीडीए ने भारतीय राफेल के लिए दी तीन गेम-चेंजर मिसाइल
राफेल विमानों के लिए गेम-चेंजर मिसाइल सप्लाई करने वाली यूरोपीय कंपनी, एमबीडीए ने बयान जारी कर उनकी खूबियां गिनाईं. एमबीडीए ने जो तीन गेम-चेंजर मिसाइल भारतीय राफेल के लिए दी हैं, वे हैं, पहली मिटयोर मिसाइल. वियोंड विज्युल रेंज ‘मिटयोर’ मिसाइल की रेंज करीब 150 किलोमीटर है. हवा से हवा में मार करने वाली ये मिसाइल दुनिया की सबसे घातक हथियारों में गिनी जाती है. दूसरी है स्कैल्प, जो क्रूज डीप स्ट्राइक मिसाइल है जो आसमान से जमीन पर अटैक करने के लिए है. तीसरी है माइका, जो हवा से हवा में मार करने वाली मल्टी-मिशन मिसाइल है.