Raghav Chadha On Punjab Tableau: आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने दावा किया है कि इस बार गणतंत्र दिवस की परेड में पंजाब की झांकी शामिल नहीं की जाएगी. उन्होंने ट्वीट करके लिखा, "गणतंत्र दिवस हमें संघवाद की भावना की याद दिलाता है. गणतंत्र दिवस परेड के लिए पंजाब की झांकी की अस्वीकृति ने केंद्र की संघ-विरोधी और पक्षपातपूर्ण रवैये को उजागर कर दिया है. यह पंजाब की संस्कृति, परंपराओं और राष्ट्र के लिए अनगिनत योगदानों की केंद्र सरकार की ओर से कुंठित बर्खास्तगी है."
अकाली दल ने भी इस मामले में ऐतराज जताया है. अकाली दल ने केंद्र सरकार से इस फैसले की फिर से समीक्षा करने की मांग की है. अकाली दल के प्रवक्ता व पूर्व मंत्री डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने इसे लेकर ट्वीट किया है. उन्होंने ट्वीट में लिखा, ''पंजाब देश का ताकतवर हाथ है. इसकी एक समृद्ध विरासत, संस्कृति और एक महान इतिहास है."
केंद्र से फिर समीक्षा करने की अपील
उन्होंने आगे लिखा, "देश की खाद्य जरूरतों के लिए इसका बहुत बड़ा योगदान है. लेकिन हैरानी की बात यह है कि गणतंत्र दिवस परेड में इसकी झांकी को शामिल नहीं किया जा रहा है. यह पूरी तरह से अनुचित है और इसकी समीक्षा की जानी चाहिए.''
17 राज्यों की झांकियां प्रदर्शित होंगी!
जानकारी के मुताबिक, इस बार गणतंत्र दिवस परेड में 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 23 झांकियां प्रदर्शित की जाएंगी. इसके अलावा गणतंत्र दिवस परेड में केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों की 6 झांकियां भी शामिल होंगी. जानकारी के अनुसार, रक्षा मंत्रालय ने इस बार पंजाब, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश की झांकी को मंजूरी नहीं दी है.
रूपाणी ने राज्य सरकार को दोषी ठहराया
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और पंजाब BJP के प्रभारी विजय रूपाणी सोमवार (23 जनवरी) सुबह गोल्डन टेंपल में माथा टेकने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने अमृतसर में प्रदेश इकाई की बैठक करने की बात कही. वहीं उन्होंने पंजाब के झांकी प्रदर्शन को 26 जनवरी परेड से बाहर निकलने के पीछे राज्य सरकार को कसूरवार ठहराया.
ये भी पढ़ें-'मेयर बीजेपी का ही होगा', पार्टी का दावा, AAP ने कहा- कार्य सूची का पालन करें