Rahul Bajaj Passes Away: मशहूर उद्योगपति राहुल बजाज का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया है. वे 83 साल के थे. बजाज पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे और कैंसर पीड़ित भी बताए जा रहे थे. उनके निधन पर कई बड़ी राजनीतिक हस्तियों और उद्योग जगत के लोगों ने शोक जताया है.


दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, देश के मशहूर उद्योगपति राहुल बजाज के निधन की बेहद दुखद ख़बर मिली. आर्थिक मोर्चे पर देश की प्रगति में उनका बड़ा योगदान रहा. ‘बुलंद भारत की बुलंद आवाज़’ हर घर का हिस्सा बनी। ऐसी महान शख़्सियत को मेरी भावपूर्ण श्रद्धांजलि. प्रभु दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें.


कांग्रेस नेता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि मैं उनको दशकों से जानता था. वह हमारे पारिवारिक मित्र थे. राज्यसभा में भी उन्होंने और मैंने कई लम्हे बिताए हैं. इसके अलावा सत्र के दौरान और सेंट्रल हॉल में भी बातचीत हुई. मेरी कुछ महीने पहले ही 30 मिनट तक उनसे बातचीत हुई थी.


उनके निधन पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी शोक जताया. उन्होंने ट्वीट में लिखा, उद्योजक, समाजसेवी और बजाज के पूर्व चेयरमैन राहुल बजाज जी को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि. पद्म भूषण से सम्मानित राहुल से मेरे अनेक वर्षों से व्यक्तिगत संबंध रहे हैं. विगत पांच दशकों से बजाज ग्रुप का नेतृत्व करने वाले राहुल जी का उद्योग जगत में महत्वपूर्ण योगदान रहा है. ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे और परिजनों को संबल दे.  मुंबई कांग्रेस ने ट्वीट करते हुए कहा कि राहुल बजाज की परिवार और दोस्तों के साथ हमारी सांत्वनाएं हैं. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे.










कौन थे राहुल बजाज


राहुल बजाज का जन्म 10 जून 1938 को कोलकाता में हुआ था. राहुल बजाज मारवाड़ी बिजनेसमैन परिवार से थे. राहुल बजाज ने एक लंबे वक्त तक बजाज ग्रुप की जिम्मेदारी संभाली थी. साल 1965 में उन्होंने बजाज की कमान अपने हाथ में ली. उनके मार्गदर्शन में बजाज ऑटो का टर्नओवर लगभग 7 करोड़ से 12 हजार करोड़ तक पहुंच गया था. राहुल बजाज की दूरदृष्टि थी कि उनकी स्कूटर बेचने वाली देश की अग्रणी कंपनी के साथ साथ शान भी बन गई.


राहुल बजाज करीब 50 साल तक बजाज ग्रुप के चेयरमैन रहे. साल 2001 में उन्हें पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया. राहुल बजाज स्वतंत्रता सेनानी जमनालाल बजाज के पोते थे. उनकी पढ़ाई दिल्ली के ही सेंट स्टीफंस कॉलेज से हुई थी, हालांकि लॉ की डिग्री हासिल करने के लिए वो मुंबई पहुंचे.


वो उनका ही कार्यकाल था, जिसमें बजाज, स्कूटर बनाने वाली टॉप की कंपनी बन गई थी. साल 2005 के दौरान राहुल ने अपने बेटे के हाथ में कंपनी की जिम्मेदारियों को देना शुरू किया और कंपनी का एमडी बनाया.


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