नयी दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लद्दाख की गलवान घाटी में 20 जवानों की शहादत के मुद्दे पर शुक्रवार को दावा किया कि हमला करने के चीन के मंसूबे को लेकर सरकार बेखबर थी जिसकी कीमत भारतीय सैनिकों को चुकानी पड़ी. गलवान घाटी में भारत और चीनी सैनिकों के बीच 15 जून की रात भयानक हिंसक टकराव हुआ था.


'सरकार सोती रही, जवानों ने कीमत चुकाई'


उन्होंने रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाईक के एक बयान से जुड़ी खबर का हवाला देते हुए ट्वीट किया, “यह बात पूरी तरह स्पष्ट हो चुकी है कि गलवान घाटी में चीन का हमला पूर्व नियोजित था. सरकार सो रही थी और समस्या से इनकार किया. हमारे शहीद जवानों को इसकी कीमत चुकानी पड़ी.”






कांग्रेस नेता ने नाईक के बयान से जुड़ी जिस खबर का हवाला दिया उसके मुताबिक मंत्री ने कहा है कि भारतीय सैनिकों पर हमले की योजना चीन ने पहले से बना रखी थी और भारतीय सुरक्षा बल इसका करारा जवाब देंगे.


लगभग डेढ़ महीने से चल रहा LAC पर तनाव


पूर्वी लद्दाख करीब डेढ़ महीने से ही वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर दोनों देशों के बीच तनाव चल रहा है. चीनी सेना ने भारतीय इलाके में घुसकर कब्जा करने की कोशिश की थी. 6 जून को दोनों सेनाओं के बीच कोर कमांडर स्तर की बातचीत हुई थी, जिसमें सीमा पर तनाव कम करने के लिए दोनों सेनाओं के पीछे हटने का फैसला किया गया था.


हालांकि ऐसा हुआ नहीं और चीनी सेना ने गलवान घाटी में सोमवार 15 जून की रात भारतीय सेना के पेट्रोल दस्ते पर पत्थरों और लोहे की रॉड से हमला कर दिया था. इसके बाद हुई कई घंटों के हिंसक टकराव में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैन्यकर्मी शहीद हो गए. वहीं चीनी सेना को भी बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है.


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