ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस: राहुल ने याद दिलाया गालिब का शेर, जेटली बोले- UPA में था ईज़ ऑफ डूइंग करप्शन
किसी देश में कारोबार करना कितना आसान हुआ, इसका आंकलन विश्व बैंक हर साल 10 पैमानों के आधार पर करता है. इन दस पैमानों में से 8 में भारत की स्थिति पहले से काफी बेहतर हुई है.
नई दिल्ली: गुजरात और हिमाचल में चुनावी माहौल के बीच भारत में कारोबार को लेकर वर्ल्ड बैंक की ताजा रैंकिंग पर विवाद शुरू हो गया है. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और वित्त मंत्री अरुण जेटली ट्विटर पर आमने सामने आ गए हैं.
राहुल गांधी ने जहां मशहूर शायर गालिब के एक शेर के जरिए सरकार पर निशाना साधा वहीं जवाब में वित्त मंत्री ने यूपीए के भ्रष्टाचार की याद दिलाई.
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, "सबको मालूम है “इज ऑफ डूइंग बिजनेस” की हकीकत, लेकिन ख़ुद को खुश रखने के लिए "डॉ. जेटली" ये ख्याल अच्छा है.''
राहुल गांधी के इस ट्वीट का जवाब अरुण जेटली ने दिया, ''यूपीए और एनडीए सरकार में ये अंतर है कि ईज ऑफ डूइंग करप्शन की जगह अब ईज ऑफ डूइंग बिजनेस ने ले ली है.''सबको मालूम है “ease of doing business” की हकीकत, लेकिन ख़ुद को खुश रखने के लिए "Dr Jaitley" ये ख्याल अच्छा है
— Office of RG (@OfficeOfRG) November 1, 2017
The difference between the UPA and NDA-“The ease of doing corruption has been replaced by the ease of doing business" — Arun Jaitley (@arunjaitley) November 1, 2017
क्या कहती है विश्व बैंक की रिपोर्ट?
वर्ल्ड बैंक की ताजा रैंकिंग में कारोबार करने के मामले में भारत ने 30 स्थान की जबर्दस्त छलांग लगाई है. इस बड़े सुधार के साथ भारत पहली बार बेहतर कारोबार करने वाले 100 देशों की सूची में शामिल हो गया है.
ताजा रैकिंग में 2 जून 2016 से लेकर 1 जून 2017 के बीच सुधार कार्यक्रमों को जारी किया गया. रिपोर्ट के मुताबिक 2003 से लेकर अब तक देश में सुधार को लेकर 37 बड़े कार्यक्रम लागू किए गए. इसमें से आधे से ज्यादा पिछले चार साल के दौरान हुए हैं.