Bharat Jodo Nyay Yatra: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बीच जुबानी जंग मंगलवार (23 जनवरी) को भी जारी रही. दोनों नेताओं में वार पलटवार भारत जोड़ो न्याय यात्रा के असम में प्रवेश के दौरान ही शुरू हो गया था. यात्रा के खिलाफ गुरुवार (18 जनवरी) को सबसे पहले एफआईआर दर्ज की गई, वहीं राहुल गांधी ने असम में प्रवेश करते ही कहा था कि राज्य का मुख्यमंत्री हिंदुस्तान का सबसे भ्रष्ट सीएम है. 


मंगलवार को भारत जोड़ो न्याय यात्रा को गुवाहाटी में प्रवेश करने से रोक दिया गया. इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और बैरिकेड तोड़ दिए. इसको लेकर हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि मैंने डीजीपी को मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश दे दिया है. वहीं राहुल गांधी ने पार्टी समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, ''हमने बैरिकेड तोड़े हैं, लेकिन कानून नहीं तोड़ेंगे.''


राहुल गांधी ने क्या कहा?
राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी यही रास्ता चुना था, लेकिन उन्हें (राहुल गांधी को) यहां यात्रा करने की अनुमति नहीं दी गई. उन्होंने कहा, ''उन्होंने विश्वविद्यालय में मेरा कार्यक्रम रद्द कर दिया. मेरा कार्यक्रम रद्द कर दिया गया, लेकिन विद्यार्थियों ने मुझे विश्वविद्यालय के बाहर सुना.''


राहुल गांधी ने कहा, ''कांग्रेस कार्यकर्ता किसी से नहीं डरते. हम जल्द ही असम में बीजेपी को हराएंगे और कांग्रेस की सरकार बनाएंगे.''


हिमंत बिस्व सरमा ने क्या कहा?
हिमंत बिस्व सरमा ने श्रीनिवास बीवी. के एक पोस्ट के जवाब में सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा, ''मैंने असम पुलिस के महानिदेशक को भीड़ को उकसाने के लिए आपके नेता राहुल गांधी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया है.''


उन्होंने कहा, ''यह असम की संस्कृति का हिस्सा नहीं है. हम एक शांतिपूर्ण राज्य हैं. इस तरह के नक्सलवादी हथकंडे हमारी संस्कृति से बिल्कुल विपरीत हैं. आपके गैरजिम्मेदाराना आचरण और दिशा-निर्देशों के उल्लंघन की वजह से अब गुवाहाटी की सड़कों पर भारी जाम लग गया.''


सरमा ने कहा कि प्रमाण सामने आ रहे हैं कि किस प्रकार से राहुल गांधी और कांग्रेस नेता जितेंद्र सिंह ने भीड़ को असम पुलिस के जवानों को मारने के लिए भड़काया. हमारे जवान जनता के सेवक हैं, किसी शाही परिवार के नहीं. निश्चिंत रहिए, कानून के हाथ बहुत लंबे होते हैं, आप तक जरूर पहुंचेंगे.






राहुल गांधी ने दिया जवाब 
राहुल गांधी ने असम में भारत जोड़ो यात्रा को रोके जाने के सवाल और मुकदमा दर्ज करने के आदेश पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि इसे हमें लाभ हो रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘असम के मुख्यमंत्री जो कर रहे हैं, उससे यात्रा को फायदा हो रहा है. जो प्रचार हमें नहीं मिलता, वो मिल रहा है. उसमें असम के मुख्यमंत्री और शायद उनके पीछे गृह मंत्री अमित शाह हमारी मदद कर रहे हैं. असम में आज मुख्य मुद्दा यात्रा बन गया है. ’’


उन्होंने कहा, ‘‘इस यात्रा के पीछे न्याय का विचार है. इसमें न्याय के पांच स्तंभ हैं- युवा न्याय, भागीदारी, नारी न्याय, किसान न्याय और श्रमिक के लिए न्याय. ये पांच स्तंभ देश को शक्ति देंगे. कांग्रेस अगले एक-डेढ़ महीने में इन्हें जनता के सामने रखेगी.’’


राहुल गांधी को रोका 
इससे पहले सोमवार (22 जनवरी) को राहुल गांधी को वैष्णव संत श्रीमंत शंकरदेव के जन्मस्थान जाते समय असम के हैबरगांव में रोक दिया गया था. इसके बाद उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और समर्थकों के साथ धरना दिया. वहीं पार्टी सांसद गौरव गोगोई और बटद्रवा विधायक शिवमोनी बोरा मुद्दे को सुलझाने के लिए आगे बढ़े.


उन्होंने कहा ‘‘हम लोगों को एक साथ लाने में विश्वास करते हैं, नफरत फैलाने में नहीं. मेरे समय में कानून व्यवस्था की बात होती है, लेकिन दूसरों लोगों को जाने दिया जाता है. 


रावण का किया जिक्र
हिमंत बिस्व सरमा से राहुल गांधी को रोके जाने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने सोमवार (22 जनवरी) को कहा, '' आप लोग आज रावण की क्यों बात कर रहे हैं? आज तो कम से कम भगवान राम की बात करिए'' 


एफआईआर हुई दर्ज?
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के खिलाफ रूट में बदलाव करने को लेकर गुरुवार (18 जनवरी) को ही असम के जोरहाट में एफआईआर दर्ज की गई थी. इसको लेकर हिमंत बिस्व सरमा ने चेतावनी देते हुए दिन में ही कहा था कि हम रूट बदलने पर शिकायत दर्ज करेंगे. 


राहुल गांधी ने कहा था कि असम का मुख्यमंत्री हिंदुस्तान का सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री है. इसका सिर्फ एक काम है नफरत की आड़ में जनता का पैसा लूटना. 


इनपुट भाषा से भी. 


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