Rahul Gandhi Slams UP Police: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बुधवार (04 दिसंबर, 2024) को कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने गाजीपुर सीमा पर उनके काफिले को रोक दिया, जिससे हिंसा प्रभावित संभल में उनका प्रस्तावित दौरा अवरुद्ध हो गया. कांग्रेस नेता ने कहा कि पुलिस ने उन्हें प्रभावित लोगों से मिलने के उनके संवैधानिक अधिकार से वंचित कर दिया.
राहुल गांधी ने कहा कि वह अपना काफिला छोड़कर पुलिस के साथ अकेले संभल जाने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने उन्हें कुछ दिनों बाद वापस आने को कहा है. राहुल गांधी ने गाजीपुर बॉर्डर पर कहा, “हम संभल जाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पुलिस मना कर रही है, हमें जाने नहीं दे रही है. एलओपी के तौर पर मेरा अधिकार है कि मैं जाऊं, लेकिन वे मुझे रोक रहे हैं. मैं अकेले जाने और पुलिस के साथ जाने को तैयार था, लेकिन उन्होंने यह भी नहीं माना. वे कह रहे हैं कि अगर हम कुछ दिनों में वापस आ गए तो वे हमें जाने देंगे.”
‘हम संभल जाकर देखना चाहते हैं कि वहां क्या हुआ?’
विपक्ष के नेता ने आगे कहा, “यह विपक्ष के नेता और संविधान के अधिकारों के खिलाफ है. हम सिर्फ संभल जाना चाहते हैं और देखना चाहते हैं कि वहां क्या हुआ, हम लोगों से मिलना चाहते हैं. मेरा संवैधानिक अधिकार मुझे नहीं दिया जा रहा है. यह नया भारत है, यह संविधान को खत्म करने वाला भारत है. यह अंबेडकर के संविधान को खत्म करने वाला भारत है. हम लड़ते रहेंगे."
प्रियंका गांधी ने क्या कहा?
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि विपक्ष के नेता होने के नाते राहुल गांधी को हिंसा के पीड़ितों से मिलने का अधिकार है. उन्होंने कहा, "संभल में जो कुछ भी हुआ, वह गलत है. राहुल गांधी विपक्ष के नेता हैं, उनके पास संवैधानिक अधिकार हैं और उन्हें इस तरह से नहीं रोका जा सकता. उन्हें पीड़ितों से मिलने जाने का संवैधानिक अधिकार है. उन्होंने यह भी कहा कि वह अकेले यूपी पुलिस के साथ जाएंगे, लेकिन पुलिस ऐसा करने को भी तैयार नहीं है. पुलिस के पास कोई जवाब नहीं है. शायद उत्तर प्रदेश के हालात ऐसे हैं कि वे इतना भी नहीं संभाल सकते. वे इतने अहंकार से क्यों कहते हैं कि उन्होंने कानून-व्यवस्था संभाल ली है?"
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