नई दिल्ली: नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में जान गंवानेवालों के परिवारों से मिलने मेरठ जा रहे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को रोका गया. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को मेरठ के बॉर्डर पर रोका गया है. प्रशासन का कहना है कि मेरठ में धारा 144 लगा है इसलिए जानें नहीं दे सकते. राहुल गांधी ने कहा- उन्होंने हमें कोई कागज नहीं दिखाया लेकिन जाने से रोका.


हालांकि प्रशासन के आश्वासन के बाद दोनों ही नेतओं ने वापस दिल्ली के लिए रवाना हो गए. इससे पहले प्रियंका गांधी ने पीड़ित परिवार से फोन पर बात भी की.





कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि हमारे नेताओं का एक ही उद्देश्य था कि वो घटना में मारे गए लोगों के परिवार वालों से मिलना चाहते थे. हम चाहते थे कि उनकी मदद की हो सकती है वो की जाए. लेकिन प्रशासन की ओर से कहा गया कि वहां माहौल खराब है, पत्थरबाजी हो रही है. इसलिए हमने फैसला किया कि हम स्थिति को बिगाड़ना नहीं चाहते हैं. प्रशासन ने हमसे कहा कि जब स्थिति नियंत्रण में होगी तब हमें खुद ले जाएंगे.


बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा, ''यह नियम पहले से ही है, अगर किसी जगह पर कहीं हिंसा होती है तो वहां पर स्थिति बिगड़ने से रोकने के लिए ऐसे कदम उठाए जाते हैं. गांधी परिवार को तो रोका ही जाना चाहिए, इस मुद्दे पर सबसे ज्यादा झूठ फैलाने का काम गांधी परिवार ने ही किया है.''