नई दिल्लीः राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लोकसभा में एक घंटे से भी ज्यादा लंबे भाषण में कांग्रेस पर तीखा हमला किया. विपक्ष के लागातर हंगामे के साथ पीएम ने भी हमलावर रुख अपनाया और पूरे भाषण में कांग्रेस के कारण पैदा हुई समस्याओं को देश के लिए घातक बताया. पीएम आज शाम को उच्च सदन यानी राज्यसभा में अपनी बात रखेंगे.


पीएम के भाषण पर मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी जमकर सवाल उठाए. राहुल गांधी ने पीएम के भाषण के बाद उन्हीं से 3 सवाल किए. उन्होंने कहा कि पीएम को याद रखना चाहिए कि वो विपक्ष के नेता नहीं बल्कि देश के प्रधानमंत्री हैं. प्रधानमंत्री मोदी अपने 1 घंटे के भाषण में एक शब्द राफेल डील के ऊपर नहीं बोले जबकि ये इतना गंभीर मुद्दा है. राफेल डील में साफ है कि कुछ तो गलत हुआ है.


राहुल गांधी ने पीएम मोदी से किए 3 सवाल




  • राफेल डील पर कॉन्ट्रेक्ट बदला गया या नहीं?

  • राफेल हवाई जहाजों के लिए कितना पैसा दिया गया, पैसा कम या ज्यादा किया गया या नहीं?

  • तय दाम पर खरीद के लिए सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमिटी से मंजूरी ली गई या नहीं?


राफेल डील के ऊपर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण कह रही हैं कि ये डील फ्रांस और पेरिस में हुई है और इसकी जानकारी नहीं दी जा सकती है. रफेल डील सेना की रीढ़ की हड्डी बताई जा रही थी और इसी को लेकर देश को पूरी सच्चाई नहीं बताई जा रही है तो इसका क्या मतलब है, प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार करने वालों के ऊपर मौन साध रहे हैं तो किन्हें बचाने की कोशिश की जा रही है?


राहुल गांधी ने ये भी कहा कि किसानों की आय बढ़ाने से जुड़ी एक बात पीएम ने नहीं कही, पीएम मधुमक्खी और बांस की बात कर रहे हैं और किसानों को उनकी फसल का सही दाम कैसे मिलेगा? युवाओं को रोजगार कैसे मिलेगा, देश में 24 घंटे में 450 युवाओं को रोजगार मिल रहा है तो सरकार के रोजगार के 1 करोड़ के आंकड़े कितने सही हैं ये कैसे साबित होगा.


अब 4 साल से बीजेपी की सरकार है और देश में आज जो स्थिति है इसके ऊपर बात करनी चाहिए न कि 70 साल से देश में क्या हुआ इसको लेकर हमले किए जाएं, आज पीएम का भाषण किसी चुनावी रैली में दिया जाने वाला राजनीतिक भाषण था जो कि सही नहीं कहा जा सकता है.


कांग्रेस पार्ट ने जो सवाल किए पीएम को उनका जवाब देना चाहिए, वो सत्ता में हैं और उनपर जिम्मेदारी बनती है तो उन्हें सवालों के जवाब देने चाहिए. राजनीतिक पार्टी के प्रवक्ता के तौर पर नहीं देश के प्रधानमंत्री के तौर पर जिम्मेदारी से सवालों के जवाब देने होंगे.


पीएम मोदी का कांग्रेस पर हमला, कहा- सत्य को दबाकर झूठ बोलने वाले चौराहे पर खड़े हैं