Rahul Gandhi At Cambridge: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इन दिनों ब्रिटेन में हैं. राहुल ने बुधवार (1 मार्च) को कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया, जहां उन्होंने बिजनेस स्कूल के छात्रों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कश्मीर में उस वाकये का जिक्र किया जब उनके सामने दहशतगर्द खड़े थे.


कैंब्रिज में राहुल गांधी ने 'लर्निंग टू लिसेन इन 21 सेंचुरी' विषय पर संबोधन दिया था. राहुल गांधीके संबोधन को तीन हिस्सों में बांटा गया था. इसका एक हिस्सा उनकी अगुवाई में इसी साल जनवरी में 5 महीने तक चली भारत जोड़ो यात्रा को लेकर था.


जब दहशतगर्त खड़े थे सामने
राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा को लेकर विस्तार से चर्चा की और बताया कि इस दौरान कई नए अनुभव उनके जीवन का हिस्सा बने. कश्मीर में यात्रा का जिक्र करते राहुल गांधी ने वो वाकया भी सुनाया जब कुछ ही दूरी पर दहशतगर्द उनके सामने खड़े थे.


राहुल ने कहा, कश्मीर कई सालों से हिंसाग्रस्त है. सुरक्षा में लगे अधिकारियों ने खतरे को लेकर आगाह किया और पैदल न चलने को कहा था, लेकिन जब हम आगे बढ़े तो हजारों लोग तिरंगा लेकर आगे आए. एक व्यक्ति करीब आया उसने कुछ लड़कों की तरफ दिखा कर बताया कि वो उग्रवादी हैं. उन लड़कों ने मुझे घूर कर देखा लेकिन कुछ कर नहीं पाए. राहुल गांधी ने कहा कि यह लोगों की बात सुनने और अहिंसा की ताकत है.


लोकतांत्रिक मूल्यों को बढ़ाने पर जोर
संबोधन के दौरान राहुल गांधी ने दुनिया में लोकतांत्रिक मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए नई सोच की जरूरत पर जोर दिया. हालांकि, ये भी कहा कि इसे किसी पर थोपा न जाए. मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कांग्रेस नेता ने अपनी जासूसी का आरोप लगाया.


उन्होंने कहा मेरे फोन में पेगासस से जासूसी होती है. खुफिया अधिकारियों ने मुझे बताया कि आपका फोन रिकॉर्ड हो रहा है. मेरे ऊपर आपराधिक मामले दर्ज कराए गए हैं. कांग्रेस नेता ने भारत में मीडिया और न्यायापालिका के नियंत्रण में होने का आरोप लगाया.


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