नई दिल्ली: राजघाट पर महात्मा गांधी की समाधि के सामने कांग्रेस ने आज सत्याग्रह के नाम पर प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में कांग्रेस ने यह बता दिया कि नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध में वो संघर्ष से पीछे हटने वाली नहीं है. जैसे ही प्रदर्शन शुरू हुआ तो कांग्रेस के नेताओं ने भाषण देना शुरू किया. राहुल गांधी चुपचाप बैठकर सुन रहे थे लेकिन थोड़ी ही देर बाद खड़े हुए और ज्योतिरादित्य सिंधिया, राजीव सातव और सुष्मिता के पास जाकर कहा, सब पार्टी के नेता ही बोल रहे हैं पार्टी के कार्यकर्ताओं को भी मौक़ा देना चाहिए.


राहुल गांधी के निर्देश के बाद कार्यकर्ताओं को बोलने का मौक़ा मिलने लगा. कुछ देर बाद फिर राहुल गांधी खड़े हुए और उन्हीं नेताओं से फिर कहा, इस बात का ध्यान रखना कि सभी भाषाओं में संविधान की प्रस्तावना पढ़ी जाए. कहीं चूक ना हो. फिर जाकर राहुल गांधी बैठ गए लेकिन उससे कुछ ही देर बाद तीसरी बार फिर खड़े हुए और कहा कि सभी नेताओं समेत मुझे भी तिरंगा दो. हम सब तिरंगा हाथ में लेकर सरकार के इस फ़ैसले का विरोध करेंगे.


फिर जाकर राहुल अपनी जगह पर बैठ गए और प्रियंका गांधी से गुफ़्तगू करने लगे. कुछ ही देर हुई थी कि चौथी बार राहुल गांधी फिर खड़े हुए और पार्टी के सीनियर नेताओं से कहा, आख़िर में राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम ख़त्म होना चाहिए और मैं तभी बोलूंगा जब सभी भाषाओं और सभी कार्यकर्ता संविधान की प्रस्तावना पढ़ देंगे. यानि यूं कहा जा सकता है कि राहुल गांधी की देख रेख में यह कार्यक्रम किया गया.


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