Rahul Gandhi On Caste Census: देश में जाति गणना के मामले पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार (3 फरवरी) को एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर अपनी एक पोस्ट में कहा कि जब न कोई पिछड़ा है, न कोई दलित है... फिर इतने सालों तक मोदी जी ने खुद को ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) क्यों कहा?''
क्या कुछ बोले राहुल गांधी?
जाति गणना के मुद्दे पर राहुल गांधी ने अपनी पोस्ट में लिखा, ''आजकल प्रधानमंत्री कहते हैं देश में सिर्फ दो जातियां हैं - अमीर और गरीब. जब न कोई पिछड़ा है, न कोई दलित है और न कोई आदिवासी, तो फिर इतने सालों तक मोदी जी ने खुद को ओबीसी क्यों कहा? इसलिए अब इधर उधर की बातें नहीं- गिनती होगी.''
कांग्रेस नेता ने आगे लिखा, ''सामाजिक और आर्थिक न्याय दिलाने के लिए गिनती होगी, कमजोरों और वंचितों को मुख्यधारा में लाने के लिए गिनती होगी, भाजपा सरकार अपने दिन गिने, जातिगत गिनती हम कराएंगे.''
जाति गणना के मुद्दे पर मल्लिकार्जुन खरगे का बयान
जाति गणना की जरूरत पर बल देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शुक्रवार (2 फरवरी) को संसद में कहा था, ''हम राजनीति की वजह से इसके लिए दबाव नहीं बना रहे हैं.''
उन्होंने कहा कि ऐसी मांग इसलिए की जा रही है कि अगर देश में जाति गणना होगी तो पता चल सकेगा कि आखिर कितने स्नातक, कितनी जॉब और विभिन्न समुदायों के पास कितनी अपनी खुद की जमीन है. इस सभी के बाद सरकार उसके आधार पर आसानी से नीतियां बना सकेगी.
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था कि सरकार को इस बारे में दोबारा सोचना चाहिए. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो जब हम सत्ता में आएंगे और इसको करवाएंगे.
आंध्र प्रदेश और बिहार सरकार करा चुकी जाति आधारिक सर्वे
उधर, आंध्र प्रदेश और बिहार की राज्य सरकारें पहले ही जाति आधारित सर्वे करा चुकी हैं. वहीं, रेवंत रेड्डी के नेतृत्व वाली तेलंगाना की कांग्रेस सरकार ने भी जल्द ही जाति गणना कराने का निर्णय लिया है.
कांग्रेस ने पिछले साल हुए तेलंगाना विधानसभा चुनाव में जनता से वादा किया था कि वो सत्ता में आती है तो राज्य में जाति गणना कराएगी. तेलंगाना सरकार की ओर से इस संबंध में कवायद भी शुरू कर दी गई है. संबंधित अधिकारियों को जाति गणना शुरू करने के लिए सभी जरूरी कार्रवाई करने के निर्देश भी आधिकारिक तौर पर दिए गए हैं.
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