नई दिल्ली: कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पेगासस सॉफ्टवेयर मामले को लेकर सरकार पर तंज कसा है. राहुल ने कहा कि, "हम जानते हैं कि वो हमारे फोन में क्या पढ़ रहे हैं."
दरअसल, बीते दिन द गार्जियन और वॉशिंगटन पोस्ट ने एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि दुनिया की कई सरकारें एक खास पेगासस नाम के सॉफ्टवेयर के जरिए मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, पत्रकारों, बड़े वकीलों समेत कई बड़ी हस्तियों की जासूसी करवा रही हैं. जिसमें भारत भी शामिल है. वहीं, भारत सरकार ने इन आरोपों को खारिज किया है.
वहीं, राहुल गांधी ने इस पूरे मामले को लेकर ट्वीट किया और सरकार को घेर लिया. उन्होंने कहा कि, "हम जानते हैं कि वो हमारे फोन में क्या पढ़ रहे हैं." राहुल ने बिना ज्यादा कुछ कहे अपना वार सरकार पर कर दिया.
दावे के मुताबिक देश में 40 से ज्यादा पत्रकार समेत अन्यों की हुई जासूसी
बता दें, द गार्जियन और वॉशिंगटन पोस्ट के दावे के मुताबिक देश में 40 से ज्यादा पत्रकार, तीन प्रमुख विपक्षी नेताओं, एक संवैधानिक प्राधिकारी, नरेंद्र मोदी सरकार में दो पदासीन मंत्री, सुरक्षा संगठनों के वर्तमान और पूर्व प्रमुख एवं अधिकारी और बड़ी संख्या में कारोबारियों की जासूसी की गई. बता दें, भारत सरकार की ओर से इन सभी आरोपों को गलत ठहराया गया और कहा कि ये भारतीय लोकतंत्र की छवि को खराब करने की कोशिश है.
गार्जियन ने क्या आरोप लगाए हैं?
गार्जियन अखबार के मुताबिक जासूसी का ये सॉफ्टवेयर इजरायल की सर्विलेंस कंपनी NSO ने देशों की सरकारों को बेचा गया है. गार्जियन अखबार के खुलासे के मुताबिक इस सॉफ्टवेयर के जरिए 50 हजार से ज्यादा लोगों की जासूसी की जा रही है.
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