कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बढ़ती महंगाई और सेविंग्स पर ब्याज दर घटाने के मामले में नरेंद्र मोदी सरकार पर मंगलवार को निशाना साधा. राहुल गांधी ने कुछ आंकड़ों के साथ ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि सरकार की गलत नीतियों का परिणाम आम नागरिक झेल रहा है. क्या जनता को राहत देने की जिम्मेदारी सरकार की नहीं है.


राहुल गांधी ने एफडी, पीपीएफ और ईपीएफ की ब्याज दरों के आगे गिरावट का चिह्न लगाकर बताया कि आम नागरिकों की सेविंग्स में गिरावट आ रही है. जबकि खुदरा मुद्रास्फीति और थोक मुद्रास्फीति बढ़ रही है. इस वक्त एफडी पर 5.1 प्रतिशत ब्याज मिल रहा है. जबकि पीपीएफ पर 7.1 प्रतिशत. ईपीएफ में 8.1 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलता है. जबकि  खुदरा मुद्रास्फीति 6.07 प्रतिशत है. वहीं थोक मुद्रास्फीति 13.11 प्रतिशत. 






कांग्रेस को भले ही 5 राज्यों में करारी हार का सामना करना पड़ा हो लेकिन मोदी सरकार पर राहुल गांधी जरा भी नरमी बरतने के मूड में नहीं हैं. राहुल गांधी पहले की तरह मोदी सरकार के खिलाफ लगातार आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं. 10 मार्च को जब विधानसभा चुनावों के नतीजे आए तो कांग्रेस के हाथ से पंजाब जैसा बड़ा राज्य निकल गया और उसे गोवा, उत्तराखंड और मणिपुर में  भी कोई खास सफलता नहीं मिली. यूपी में उसे कुल 2 सीटें मिलीं.


बता दें कि हालिया विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी के भीतर की आंतरिक कलह पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के उस बयान से एक बार फिर खुलकर सामने आ गई है जिसमें उन्होंने कहा है कि गांधी परिवार को नेतृत्व छोड़कर किसी दूसरे नेता को मौका देना चाहिए. सिब्बल की इस टिप्पणी के बाद गांधी परिवार के नेतृत्व में विश्वास रखने वाले नेताओं ने उन पर तीखा प्रहार किया और आरोप लगाया वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की भाषा बोल रहे हैं.


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