कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार (29 जुलाई, 2024) को लोकसभा में बजट पर भाषण दिया. राहुल गांधी ने बजट को लेकर सरकार को घेरना शुरू किया और दलित, पिछड़ा वर्ग और गरीब वर्ग का मुद्दा उठाते हुए कहा कि उनके लिए बजट में कुछ नहीं था. बजट को राहुल गांधी ने हलवा बताते हुए कहा कि 20 लोगों ने बजट तैयार किया, जिनमें माइनॉरिटी और पिछड़ा वर्ग के सिर्फ दो ही लोग थे.
राहुल गांधी ने भाषण के बीच में वित्त मंत्री निर्मला सीतारण की ओर इशारा करते हुए कहा कि आप मुस्कुरा रही हैं, लेकिन ये मुस्कुराने की बात नहीं है. राहुल गांधी ने कहा, 20 अफसरों ने हिंदुस्तान का बजट तैयार किया है. मतलब बजट का जो हलवा है उसे बांटने का काम 20 लोगों ने किया है. अब स्पीकर, सर उन 20 लोगों में से 90 पर्सेंट लोगों में से सिर्फ दो हैं. एक माइनॉरिटी, एक ओबीसी और इस फोटो में एक भी नहीं है. 'फोटो में आपने पीछे कर दिया. फोटो में तो आने ही नहीं दिया.'
इस दौरान राहुल गांधी ने एक फोटो संसद में दिखाने की कोशिश की, लेकिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उन्हें मना कर दिया और कहा कि संसद में इस तरह फोटो दिखाने की इजाजत नहीं है. राहुल गांधी ने आगे कहा, 'मैं चाहता था कि बजट में जाति जनगणना की बात उठे, जो पूरा देश चाहता था. 95 पर्सेंट लोग जाति जनगणना चाहते हैं. दलित, आदिवासी, पिछड़ा वर्ग, गरीब जनरल कास्ट और माइनॉरिटी सब जाति जनगणना चाहते हैं क्योंकि सब लोगों को पता लगाना है कि हमारी भागीदारी कितनी है और हिस्सेदारी कितनी है. मगर सर मैं देख रहा हूं सरकार हलवा बांटती जाती है और बांटता कौन है वो ही 2-3 पर्सेंट लोग और बंटता किसको है वो ही 2-3 पर्सेंट लोग.'
राहुल गांधी ने निर्मला सीतारण की ओर इशारा करते हुए कहा, 'फाइनेंट मिनिस्टर मुस्कुरा रही हैं. कमाल की बात है. ये हंसने की चीज नहीं है मैडम. ये हंसने की बात नहीं है. ये जाति जनगणना है. इससे देश बदल जाएगा. सर, पद्मव्यूह या चक्रव्यूह वाले लोग सोचते हैं कि देश के पिछड़े लोग अभिमन्यु हैं. देश के पिछड़े लोग अभिमन्यु नहीं अर्जुन हैं. वो आपके इस चक्रव्यूह को फोड़कर फेंक देंगे, फेंकने वाले हैं और INDIA गठबंधन ने पहला कदम ले लिया.' राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) को इस दौरान चक्रव्यूह कहकर संबोधित किया.