नोटबंदी से उत्पन्न समस्या का समाधान 30 दिसंबर के बाद भी नहीं होगा: राहुल गांधी
राजस्थान: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 30 दिसंबर के बाद नोटबंदी से उत्पन्न समस्या का समाधान होने के आश्वासन पर सवाल खड़े करते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज कहा कि मौजूदा ‘आर्थिक स्थिति’ का प्रभाव गरीबों, किसानों और कामगारों पर बाद में भी रहेगा.
राहुल ने यहां एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा, ‘‘मोदी जी कहते हैं कि नोटबंदी से होने वाली परेशानी का समाधान 30 दिसंबर के बाद हो जायेगा, लेकिन मैं दावे के साथ कहता हूं कि ऐसा नहीं होगा. इसका असर 6-7 महीने तक और इसके बाद भी रहेगा.’’ उन्होंने प्रधानमंत्री के उस कथन का हवाला दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि नोटबंदी के कारण हो रही समस्या का 50 दिन के बाद समाधान हो जायेगा. नोटबंदी के मसले पर दबाव बनाते हुए राहुल ने आरोप लगाया कि केन्द्र की मोदी सरकार और राज्य की राजे सरकार अमीरों के लिये काम कर रही हैं और इन्होंने गरीबों के कोई काम नहीं किया है.
उन्होंने आरोप लगाया, ‘नोटबंदी का निर्णय भ्रष्टाचार के खिलाफ नहीं है बल्कि यह आर्थिक हमला है. यह कालेधन के खिलाफ नहीं बल्कि गरीबों, किसानों मजूदरों और महिलाओं के खिलाफ है.’ उन्होंने कहा, ‘देश के 99 प्रतिशत लोगों के पास कालाधन नहीं है और नोटबंदी के जरिये इन्हीं लोगों को निशाना बनाया गया है. वहीं दूसरी तरफ 50 परिवार ऐसे है जिनके पास लाखों और करोड़ों रूपये का कालाधन है.’’