नई दिल्ली: लोकसभा में आज दूसरे दिन भी राफेल मुद्दे पर चर्चा होनी है. फिलहाल चर्चा शुरू नहीं हो पाई है स्पीकर ने दो बजे तक लोकसभा को स्थगित कर दिया है. इस सब के बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का राफेल मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी पर हमला जारी है. राहुल गांधी ने आज ट्वीट किया कि ऐसा लगता है राफे पर खुली किताब परीक्षा से डरकर पीएम संसद से भाग गए हैं.


राहुल गांधी ने लिखा, ''ऐसा लगता है पीएम संसद से और अपने ओपन बुक राफेल एग्जाम से भाग गए हैं. इसकी जगह पर पंजाब में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के छात्रों को लेक्टर देने गए हैं. मैं वहां से छात्रों से निवेदन करता हूं, सम्मानपूर्वक उनसे वो चार सवाल पूछें जो कल मैंने रखे थे.''





राहुल गांधी ने पूछे थे चार सवाल
कल लोकसभा में राफेल पर भाषण और फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस में हमला करने के बाद राहुल गांधी ने ट्वीटर पर चार सवाल पूछे थे. राहुल गांधी का पहला सवला- 36 एयरक्राफ्ट क्यों ? जब इंडियन एयरफोर्स को 126 की जरूरत थी. दूसरा, 560 करोड़ की जगह हर एयरक्राफ्ट 1600 करोड़ में क्यों ? और तीसरा, HAL की जगह डील AA (अनिल अबानी) को क्यों? चौथा- मोदी जी, कृपया हमें बताएं कि पर्रिकर जी ने राफेल की फाइल अपने बेडरूम में क्यों रखी है ? इसमें ऐसा क्या है?


लोकसभा: कल राहुल गांधी ने लोकसभा में क्या कहा?
राहुल गांधी ने कहा, ‘’यूपीए सरकार के समय वायुसेना के कहने पर 126 राफेल विमान खरीदने की प्रक्रिया आगे बढ़ी थी, लेकिन प्रधानमंत्री ने नए सौदे में 36 विमान कर दी गई.’’ उन्होंने सवाल किया, ‘’प्रधानमंत्री बताएं कि किसके कहने पर यह किया गया, क्या वायुसेना ने यह कहा था?’’ कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘’इस मामले में दाल में कुछ काला नहीं, बल्कि पूरी दाल ही काली है. प्रधानमंत्री से अब इस मामले में पूरा देश में सवाल पूछ रहा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग डरे नहीं, जेपीसी की जांच कराएं. दूध का दूध, पानी का पानी हो जाएगा.’’


लोकसभा: जेटली ने दिया राहुल गांधी के आरोपों का जवाब
राहुल गांधी के आरोपों पर वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा, ‘’कुछ लोग ऐसे होते हैं जिन्हें स्वभाविक रूप से सचाई नापसंद होती है. उन्हें सिर्फ पैसे का गणित समझ में आता है, देश की सुरक्षा का नहीं.’’ जेपीसी की मांग को खारिज करते हुए जेटली ने कहा, ‘’इसमें संयुक्त संसदीय समिति नहीं हो सकती है, यह नीतिगत विषय नहीं है. यह मामला सौदे के सही होने के संबंध में है. सुप्रीम कोर्ट में यह सही साबित हुआ है.


जेटली ने कहा, ‘’जेपीसी में दलगत राजनीति का विषय आता है. बोफोर्स मामले में जेपीसी ने कहा था कि इसमें कोई रिश्वत नहीं दी गई. अब वे ही लोग जेपीसी की मांग कर रहे हैं ताकि एक स्वच्छ सरकार के खिलाफ मामला गढ़ने का मौका मिल सके.’’