पदमपुर: केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन की पृष्ठभूमि में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा कि देश के किसान के सामने अंग्रेज नहीं टिक पाए तो नरेंद्र मोदी कौन हैं. राहुल गांधी गंगानगर जिले के पदमपुर कस्बे में किसान महापंचायत को संबोधित कर रहे थे. किसान आंदोलन को पूरे देश का आंदोलन बताते हुए उन्होंने कहा कि इसका दायरा अभी और बढ़ेगा.


केंद्र सरकार द्वारा किसानों की कानून वापस लेने की मांग नहीं मानने की ओर इशारा करते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘‘यह शर्म की बात है. यह आंदोलन फैलेगा. इसलिए मैं नरेंद्र मोदी से कह रहा हूं कि उन्हें किसानों की बात सुन लेनी चाहिए. अंत में करना ही पड़ेगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हिंदुस्तान के किसान, मजदूरों के सामने अंग्रेज नहीं टिक पाए तो नरेंद्र मोदी कौन हैं. कानून तो वापस लेने ही पड़ेंगे. इसलिए कह रहा हूं कि आज ले लो ताकि देश आगे बढ़े. लेकिन जिद कर रहे हैं.’’


राहुल गांधी ने कृषि कानूनों की खामिया गिनाते हुए कहा, "पहला कृषि कानून मंडी को मारने का है, दूसरा कानून जमाखोरी शुरू करने का और तीसरा कानून किसान के अदालत में जाने के हक को खत्म करने का है. जिस दिन ये कानून लागू हो गए, ये जो धंधा 40 फीसदी लोगों का है, ये पूरा धंधा 2 लोगों के हाथ में चला जाएगा."


राहुल गांधी ने कहा कि ये किसानों का आंदोलन नहीं है, बल्कि भारत का आंदोलन है. किसानों ने अंधेरे में रोशनी दिखाने का काम किया है.


इससे पहले राहुल गांधी आज हनुमानगढ़ में हुई किसानों की महापंचायत में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने कहा, "मोदी जी कहते हैं कि वे किसानों के साथ बात करना चाहते हैं. आप उनके साथ क्या बात करेंगे? तीनों कृषि कानूनों को वापस लीजिए, किसान आपके साथ खुद बात करेंगे." उन्होंने कहा कि आप (पीएम) किसानों से जमीन ले रहे हैं, उनका भविष्य ले रहे हैं और उसके बाद आप उनके साथ बात करना चाहते हैं. सबसे पहले कानूनों को वापस लीजिए और उसके बाद बात करिए.


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