RSS ने तब तक तिरंगे को नहीं अपनाया, जब तक सत्ता नहीं मिली: राहुल गांधी
नई दिल्ली: दिल्ली में साझी विरासत बचाओ सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आरएसएस, बीजेपी और मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. राहुल ने कहा कि इन ताकतों से मिलकर लड़ने की जरूरत है, क्योंकि आरएसएस संविधान बदलना चाहता है.
आरएसएस की देशभक्ति पर कड़ा हमला करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि इस संगठन ने तब तक तिरंगे को नहीं अपनाया, जब तक सत्ता नहीं मिली. राहुल गांधी के इस बयान के तुरंत बाद कांग्रेस नेता अखिलेश सिंह ने एबीपी न्यूज़ चैनल पर दावा किया कि 52 साल तक संघ ने तिरंगे को सलामी नहीं दी और उसे नहीं अपनाया.
राहुल गांधी ने कहा कि हर संस्था में आरएसएस ने अपने लोगों को बिठाया है और आरएसएस संविधान को बदलना चाहती है. राहुल गांधी ने कहा, "संविधान में लिखा है वन मैन वन वोट. जो अधिकार संविधान देता है, आरएसएस नष्ट करना चाहता है. संविधान बदलना चाहता है."
राहुल गांधी ने आरएसएस के देश को देखने के नजरिए पर हमला करते हुए कहा, "देश को देखने को दो तरीके होते हैं, ये देश मेरा है, एक कहता है कि मैं इस देश का हूं, ये फर्क है हममें और आरएसएस में. आरएसएस कहता है कि ये देश हमारा है. तुम इसके नहीं हो. गुजरात में दलितों की पिटाई की और कहा कि ये देश हमारा है, तुम इसके नहीं हो."
मोदी का झूठ
इस मौके पर राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी को झूठ बोलने वाला करार दिया. उन्होंने कहा, कि मोदी जी जहां भी जाते हैं कुछ न कुछ झूठ बोल जाते हैं. अगर हम मिल के लड़े तो ये कहीं दिखाई नहीं देंगे."
'मेक इन इंडिया फेल'
मोदी को मेक इन इंडिया को नाकाम करार देते हुए राहुल गांधी ने कहा, "मोदी जीत 'मेक इन इंडिया' का नारा दिया, लेकिन ज्यादातर सामान 'मेड इन चाइना' है. सच्चाई ये है कि मोदी जी का 'मेक इन इंडिया' फेल हो गया है."
इसके साथ ही राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार को किसानों की आत्महत्या से फर्क नहीं पड़ता है. इस सरकार ने 1 लाख 20 हज़ार करोड़ रुपये उद्योगपतियों को बांटे हैं. राहुल का कहना है कि इस सरकार का पूरा का पूरा लक्ष्य है हिंदुस्तान को 15-20 लोगों के हवाले करना और ये 15-20 लोग मोदी जी की मार्केटिंग शानदार तरीके से करते हैं. हालांकि, इस दौरान राहुल ने बाबा रामदेव के अलावा किसी दूसरे का नाम लेने से परहेज़ किया.
यूपी में योगी सरकार के जरिए किसानों की कर्जमाफी का श्रेय लेते हुए राहुल गांधी ने कहा कि ये उनके आंदोलन का असर है और उसके बाद ही सूबे की सरकार को कर्जमाफी का फैसला लेना पड़ा.
रविशंकर प्रसाद का राहुल पर हमला
राहुल गांधी के इस बयान के बाद रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस उपाध्यक्ष पर कड़ा हमला किया. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने बहूत बेबुनियाद टिप्पणी की है. उन्होंने कहा, "पहले हम कहते थे कि राहुल गांधी होमवर्क किए बिना बात करते हैं अब हम कहेंगे कि राहुल गांधी बेतुकी बाते करते हैं."
रविशंकर ने आगे कहा, " बीजेपी राहुल गांधी के पैदा होने से पहले कई जगह सत्ता में थी. किसी के परिवार की वजह से हम सत्ता में नही आए हैं.
सबसे आपत्तिजनक बात है कि राहुल गांधी ने कहा है, "बीजेपी न्यायपालिका, मीडिया और ब्युरोक्रेसी सभी को पैक कर रही है और संविधान बदलेगी. कम से कम न्यायपालिका को बख्श दें, न्यायपालिका स्वतंत्र है हम उसका सम्मान करते हैं. इंदिरा गांधी ने कमिटेड ब्यूरोक्रेसी की बात की थी, राहुल गांधी की परवरिश ही ऐसी है. राहुल ने कहा कि एक तरफ देश को लूटने वाले हैं दूसरी तरफ देश को बनाने वाले हैं. हम कहना चाहते हैं कि देश को लूटने वालों को जनता ने सत्ता से बाहर कर दिया है."