नई दिल्लीः एमपी के चुनाव प्रचार में जुटे राहुल गांधी दो दिनों से ग्वालियर में जमे हैं. रैलियों और रोड शो के साथ साथ राहुल गांधी की मंदिरों के दौरे की तस्वीरें सामने आ रही हैं. मंदिर के बाद राहुल गांधी मस्जिद और गुरुद्वारे भी जा चुके हैं. यानी कांग्रेस बीजेपी को मात देने के लिए बीजेपी के ही रास्ते पर आगे बढ़ रही है.


ग्वालियर क्षेत्र में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे राहुल गांधी की दो दिनों में करीब तीन तस्वीरें सामने आई हैं जिसमें वो धार्मिक स्थलों पर जाते दिख रहे हैं. इसके बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या बीजेपी के हिदुत्व के एजेंडे को पोंगा पंडित बताने वाली कांग्रेस अब खुद पूरी तरह धार्मिक प्रतीकों के इस्तेमाल करने के रास्ते पर चल पड़ी है. इसका उदाहरण इसी से देखने को मिलता है कि सोमवार की सुबह राहुल गांधी दतिया के मां पीतांबरा मंदिर गए और शाम को मोती मस्जिद में गए. वहीं आज गुरुद्वारे में राहुल ने मत्था टेका है.


राहुल गांधी के लिए शिवभक्त, रामभक्त, नर्मदा भक्त और पंडित जैसे विशेषण इस्तेमाल हो रहे हैं. खुद कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की ओर से इस तरह के खिताब राहुल गांधी को दिए जा रहे हैं. गुजरात, कर्नाटक में कांग्रेस जिस सॉफ्ट हिदुत्व के रास्ते पर आगे बढ़ी वो मध्य प्रदेश में भी लगातार नजर आ रहा है.


सिर्फ राहुल का पूजा पाठ ही नहीं बल्कि प्रचार के लिए बनाए जा रहे पोस्टरों तक में धार्मिक प्रतीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है. ग्वालियर में राहुल के रोड शो के दौरान लगे पोस्टरमें राहुल गांधी को सारथी यानी कृष्ण की भूमिका में दिखाया गया तो रथ पर बैठे ज्योतिरादित्य को अर्जुन के रुप में दिखाया गया. ग्वालियर में राहुल ने भव्य रोड शो भी किया जहां भारी भीड़ जुटी.


चाहे पूजा पाठ हो या रोड शो राहुल गांधी को पता है कि केंद्र या राज्य, बीजेपी से मुकाबला मतलब पीएम मोदी से मुकाबला करना है. यही वजह है कि राहुल गांधी मोदी स्टाइल में ही आगे बढ़ रहे हैं और चुनावी सभाओं में भी शिवराज से ज्यादा पीएम मोदी पर ही हमला बोल रहे हैं.


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