Rahul Gandhi Nyay Yatra: राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर आज फिर से कांग्रेस ने बीजेपी और बीजेपी शासित असम सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि जबरन राहुल गांधी की इस यात्रा को रोका जा रहा है. इससे पहले कांग्रेस ने असम सरकार पर राहुल गांधी की यात्रा पर हमला करने का आरोप भी लगाया था.
इसके बाद राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के दौरान राहुल गांधी को असम के एक मंदिर में प्रवेश करने से रोके जाने का आरोप भी लगाया जा रहा है. यही वजह है कि कांग्रेस अब लगातार बीजेपी पर हमलावर है, लेकिन इस बीच सवाल ये भी उठ रहा है कि आख़िर इंडिया गठबंधन के बाक़ी दल क्यों राहुल गांधी या कांग्रेस के समर्थन में नजर नहीं आ रहे है. हालांकि ये जरूर है कि गठबंधन में से एक दल समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने राहुल गांधी के मंदिर में प्रवेश करने से रोके जाने पर ट्वीट कर कहा कि किसी को भी भगवान के दर्शन करने से रोकने से बड़ा अधर्म और क्या हो सकता है.
न्याय यात्रा है जनजागरण अभियान- AAP
अखिलेश यादव के अलावा अभी तक इंडिया गठबंधन से जुड़ी किसी दूसरी पार्टी से जुड़े नेता का राहुल गांधी के समर्थन में ना तो कोई बयान और ना ही कोई ट्वीट सामने आया है. इस दौरान जब गठबंधन में शामिल एक और दल आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज से सवाल पूछा गया कि क्या उनकी पार्टी राहुल गांधी की इस न्याय यात्रा में शामिल होगी तो इस पर सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मेरे मानने से कुछ नहीं होता. पार्टी के बड़े नेता इस पर फैसला करेंगे, लेकिन राहुल गांधी की न्याय यात्रा को हमारी तरफ से पूरी शुभकामनाएं हैं. हम चाहते हैं कि जो जनजागरण का अभियान उन्होंने शुरू किया है, उसमें उन्हें सफलता मिले.
'हिमंत बिस्व सरमा को राजनीति की समझ नहीं'
जब राहुल गांधी की न्याय यात्रा को असम में रोके जाने पर सौरभ भारद्वाज से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि हिमंत बिस्व सरमा को इतनी भी राजनीति नहीं आती कि राहुल गांधी पर जितने हमले करेंगे, न्याय यात्रा के बारे में देश में उतनी ही चर्चा होगी. वे किसी भी उद्देश्य से यह कर रहे हों, लेकिन इसका फ़ायदा राहुल गांधी को ही मिलेगा.
राहुल गांधी ने क्या कहा?
इसके साथ ही जब यही सवाल खुद राहुल गांधी से पूछा गया कि क्या उनके साथ इस यात्रा में बाकी दल जुड़ेंगे और क्या कांग्रेस ने गठबंधन के बाकी पार्टियों से भी इसमें जुड़ने के लिये समर्थन मांगा है तो इस पर उन्होंने कहा कि हमने सभी को आमंत्रित किया है. जो भी इस यात्रा में आना चाहे वो आ सकता है. अपने इंडिया पार्टनर्स को हमने आमंत्रित किया है. हमें बहुत अच्छा लगेगा, अगर हमारे पार्टनर हमारे साथ आए.
यात्रा में नीतीश कुमार होंगे शामिल
इस दौरान एक खबर सामने आयी कि राहुल गांधी की ये यात्रा जब बिहार में प्रवेश करेगी, तब बिहार के मुख्यमंत्री और इंडिया गठबंधन के प्रमुख चेहरे नीतीश कुमार भी इसमें शामिल हो सकते है, लेकिन जब इस पर JDU नेता केसी त्यागी से सवाल पूछा गया तो उन्होंने यात्रा पर ही सवाल उठाते हुए कहा कि इंडिया गठबंधन के बैनर से यह यात्रा होती तो ज़्यादा बेहतर होता. यात्रा में नीतीश कुमार के शामिल होने के सवाल पर केसी त्यागी बोले कि निमंत्रण मिला है, लेकिन नीतीश कुमार ही तय करेंगे कि क्या करना है.
साफ है कि कांग्रेस राहुल गांधी की जिस न्याय यात्रा के जरिए लोकसभा चुनाव में पूरी ताकत से उतरने की कोशिश कर रही है उस कोशिश मे वो फिलहाल अकेली ही खड़ी नजर आ रही है. हो सकता है कि आने वाले दिनों में अगर कांग्रेस की कोशिश सफल रही तो गठबंधन के कुछ साथी इस यात्रा में राहुल के साथ खड़े नजर आएं.
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