Parliament: लोकसभा में संविधान की गौरवशाली यात्रा पर चर्चा के दौरान शनिवार (14 दिसंबर 2024) को श्रीकांत एकनाथ शिंदे के बयान पर लोकसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को लेकर बड़ा दावा किया. राहुल गांधी ने कहा कि उनकी दादी इंदिरा गांधी ने उन्हें बताया था कि सावरकर ने अंग्रेजों से माफी मांगी और उनके साथ समझौता किया था.


राहुल गांधी के इस बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया. केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पूर्व प्रधानमंत्री और राहुल गांधी की दादी इंदिरा गांधी का विनायक दामोदर सावरकर को लेकर लिखा गया पत्र शेयर किया. इस पत्र में इंदिरा गांधी ने वीर सावरकर की तारीफ की थी.




सावरकर पर क्या बोले राहुल ?
दरअसल, राहुल गांधी ने कहा कि संविधान में अंबेडकर, गांधी नेहरू के विचार हैं. संविधान को लेकर सावरकर ने कहा था कि संविधान के बारे में सबसे बुरी बात यह है कि इसमें कुछ भी भारतीय नहीं है. इसकी जगह मनु स्मृति को लागू करना चाहिए. सावरकर मनुस्मृति को मानते थे जो संविधान के बिल्कुल उल्टा है. सावरकर को संविधान में भारतीयता नहीं दिखा था.


उन्होंने आगे कहा, 'जब आप संविधान को बचाने की बात करते हैं तो आप अपने नेता सावरकर का मजाक बना रहे हैं. राहुल गांधी ने श्रीकांत शिंदे के बयान पर कहा कि मैंने उनसे एक बार दादी इंदिरा से पूछा था. उन्होंने इसका जवाब देते हुए कहा था कि आंदोलन में सभी लोग जेल गए, लेकिन सावरकर समझौतावादी निकले. उन्होंने आगे कहा कि सावरकर डर से अंग्रेजों से माफी मांग ली.




राहुल गांधी ने आगे कहा, "जब आप संविधान को बचाने की बात करते हैं तो आप सावरकर का मजाक बना रहे हैं. जैसे द्रोणाचार्य ने एकलव्य का अंगूठा काटा वैसे ही आप हिंदुस्तान के लोगों का, युवाओं का अंगूठा काट रहे हैं.'


वीर सावरकर के जीवन और उनकी भूमिका को लेकर भारतीय राजनीति में लंबे समय से बहस होती रही है. सावरकर पर अंग्रेजों से माफी मांगने का आरोप अक्सर कांग्रेस ओर अन्य विपक्षी दलों की ओर से लगाया गया है, जबकि बीजेपी और उनके सहयोगी दल उन्हें राष्ट्रवादी और स्वतंत्रता संग्राम के नायक के रूप में उन्हें देखते हैं.







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