नई दिल्ली: हिंदू Vs मुस्लिम पार्टी विवाद के बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है. राहुल गांधी ने कहा कि उनके लिए धर्म और जाति का कोई मतलब नहीं है. उन्होंने एक उर्दू अखबार में छपी खबर के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा निशाना बनाए जाने के बाद कहा कि मैं पंक्ति में सबसे आखिर में खड़े शख्स के साथ हूं.


कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट कर कहा, ''मैं पंक्ति में सबसे आखिर में खड़े शख्स के साथ हूं. शोषित, हाशिये पर खड़े और सताए गए लोगों के साथ हूं. उनका धर्म, उनकी जाति, आस्था मेरे लिए खास मायने नहीं रखती. जिन्हें भी दर्द है, पीड़ा है, मैं उन्हें गले लगाना चाहता हूं. मैं नफरत और भय को मिटाना चाहता हूं. मुझे सभी जीवों से प्यार है. मैं कांग्रेसी हूं.''






मोदी का वार
आपको बता दें कि 14 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने राहुल गांधी द्वारा कांग्रेस को मुस्लिमों की पार्टी कहने वाले कथित बयान को याद दिलाते हुए कहा था कि उन्हें इस बयान से 'आश्र्चय' नहीं हुआ था. मोदी ने कहा था, "गत दो दिनों से मैं सुन रहा हूं कि एक नामदार नेता(राहुल गांधी) ने हाल ही मे कहा है कि कांग्रेस मुस्लिमों की पार्टी है. मुझे इसपर आश्चर्य नहीं हुआ."


उन्होंने कहा, "यहां तक कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी एकबार कहा था कि देश के संसाधनों पर मुस्लिमों का पहला अधिकार है. लेकिन मैं कांग्रेस के नामदार से पूछना चाहता हूं कि क्या यह पार्टी केवल मुस्लिम पुरुषों के लिए है? क्योंकि वे तीन तलाक और निकाह हलाला जैसे मुद्दे पर मुस्लिम महिलाओं का समर्थन नहीं करते."


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राहुल गांधी पर बीजेपी लगातार हमला बोल रही है. कल ही केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा था कि कांग्रेस सबसे खराब सांप्रदायिक पार्टी है. इसने हमेशा सांप्रदायिक राजनीति की है. राहुल गांधी ने जो कहा है, वह संविधान और लोकतंत्र के सिद्धांतों के विरुद्ध है. वहीं कांग्रेस लगातार बीजेपी और खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर झूठ बोलने का आरोप लगा रही है. कांग्रेस का कहना है झूठ बोलने पर प्रधानमंत्री को माफी मांगनी चाहिए.


क्या है पूरा मामला?
राहुल गांधी ने पिछले दिनों मुस्लिम बुद्धिजीवियों के एक कार्यक्रम में शिरकत की थी. इस कार्यक्रम में राहुल गांधी ने कांग्रेस के बारे में टिप्पणी की थी. उसके अगले दिन एक उर्दू अखबार इंकलाब ने कथित तौर पर एक खबर खबर छापकर दावा किया था कि 'मुस्लिम बुद्धिजीवियों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कांग्रेस को मुस्लिमों की पार्टी बताया था.' राहुल के इस कथित बयान को बीजेपी ने हाथों-हाथ लिया.



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